Government machinery be prepared with better treatment facility

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    औरंगाबाद. राज्य में कोरोना (Corona) महामारी फिर एक बार तेजी से पांव पसार रही है। औरंगाबाद जिले (Aurangabad District) में आए दिन संक्रमित मरीजों (Infected Patients) की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। मरीजों पर इलाज के लिए सरकारी मशीनरी बेहतर उपचार सुविधा के साथ तैयार रहें। समन्वय और सतकर्ता पूर्ण प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओं द्वारा संक्रमण से जिले का संरक्षण करें। यह निर्देश जिले के पालकमंत्री (Guardian Minister Subhash Desai) सुभाष देसाई ने दिए।

    जिले में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप पर प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओं को लेकर देसाई ने मुंबई से वीडिओ कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी सरकारी यंत्रणाओं का जायजा लिया। तब उन्होंने आला अधिकारियों को उक्त निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी सुनील चव्हाण, मनपा प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय,  सीपी डॉ. निखिल गुप्ता, जिला परिषद सीईओ डॉ. मंगेश गोंदावले, ग्रामीण एसपी मोक्षदा पाटिल के अलावा सभी यंत्रणा प्रमुख, वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। पालकमंत्री देसाई ने  जिले में सभी सरकारी यंत्रणाओं से किए जा रहे उपाय योजनाओं का जायजा लेकर बढ़ती मरीजों की संख्या के प्रमाण में कोविड केयर सेंटर और सभी अस्पतालों में अतिरिक्त बेड की उपलब्धता पर समाधान व्यक्त किया। 

     ट्रौकिंग, टेस्टिंग तथा ट्रीटमेंट पर अधिक ध्यान देने का निदे

    उन्होंने घाटी अस्पताल में इस बीमारी से गंभीर  मरीजों का मौत का ग्राफ कम करने के दृष्टि से विशेष कदम उठाने पर विशेष सूचना की। सरकारी यंत्रणा ने महामारी को ब्रेक लगाने के लिए नाइट कर्फ्यू, 4 अप्रैल तक आंशिक लॉकडाउन इन प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के साथ ही जिले में जरुरी ऑक्सीजन स्टॉक, अधिक संख्या में बेड, औषधि की उपलब्धता आदि पर विशेष लक्ष्य रखने के निर्देश दिए। बड़े पैमाने पर ट्रैसिंग तथा टेस्टिंग का प्रमाण बढ़ाने के साथ ही कोरोना टीकाकरण मुहिम को अधिक गति देने पर बल दिया। इस बारे में अपने स्तर पर जिले के जनप्रतिनिधियों को जनजागृति करने के बारे मैं अपील करुंगा। प्रशासन ने ट्रौकिंग, टेस्टिंग तथा ट्रीटमेंट पर अधिक जोर देने के निर्देश देसाई  ने दिए।

    टेस्टिंग के लिए कुल 54 टीमें तैनात 

    इस अवसर पर जिलाधिकारी सुनील चव्हाण ने जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या और प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपाययोजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज जिले में कुल 115 इलाज करने वाली सुविधाएं उपलब्ध है। जिले में 11 हजार 763 आयसोलेशन बेड के अलावा 300 वेटिंलेटर उपलब्ध है। विशेषकर, जिले में जरुरी ऑक्सीजन का स्टॉक उपलब्ध रखने के दृष्टि से विशेष लक्ष्य केन्द्रीत किया गया है। मनपा आयुक्त आस्तिककुमार पांडेय ने बताया कि केन्द्र के सूचना के अनुसार टेस्टिंग पर अधिक जोर दिया जा रहा है। टेस्टिंग के लिए कुल 54 टीमें तैनात की गई है। जिन इलाकों में 20 से अधिक मरीज पाए जा रहे हैं, उन इलाकों को कंटनमेंट जोन घोषित किया जाएगा। टीकाकरण पर अधिक जोर देने की जानकारी पांडेय ने दी।