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छत्रपति संभाजीनगर : केंद्र सरकार ने हाल ही में औरंगाबाद (Aurangabad) का नामांतर छत्रपति संभाजीनगर (Chhatrapati Sambhajinagar) करने को हरी झंडी दिखाई थी। इसके समर्थन में हिंदू सकल समाज (Hindu Sakal Samaj) के बैनर तले भव्य हिंदु जनगर्जना मोर्चा (Front) का आयोजन रविवार की सुबह किया। पुलिस ने इस मोर्चा को परमिशन नहीं दी थी, इसके बावजूद हजारों की संख्या में लोग क्रांति चौक में जमा हुए। उसके बाद यह मोर्चा औरंगपुरा पहुंचा। जहां उसका समापन हुआ। मोर्चा को लेकर शहर के चप्पे चप्पे पर कड़ा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया था। 

मोर्चा को लेकर बड़ी संख्या में युवक क्रांति चौक पहुंचे। मोर्चा का नेतृत्व हिंदु सकल समाज के पदाधिकारियों ने किया। मोर्चा क्रांति चौक से निकलकर सतीश मोटर्स, विवेकानंद कॉलेज, निराला बाजार होते हुए औरंगपुरा पहुंचा। मोर्चा में शामिल हुए हजारों युवक जय श्री राम और छत्रपति संभाजीनगर के नाम के समर्थन में के नारे लगा रहे थे। युवकों के हाथों में छत्रपति संभाजीनगर नामांतर को लेकर कई बोर्ड थे। मोर्चा का नेतृत्व हिंदू सकल समाज के पदाधिकारी विनोद पाटिल, राजेन्द्र जंजाल, अभिजीत देशमुख, रामू काका शेलके, राजू शिंदे, राज वानखेडे, शिवाजी दांडगे, संजय जोशी, निरंजन राठोड, सुमित खांबेकर ने किया। मोर्चा में प्रमुख रुप से जिले के पालकमंत्री संदिपान भुमरे, राज्य के सहकारिता मंत्री अतुल सावे के अलावा हिंदु समुदाय के कई धर्मगुरु उपस्थित थे।  मोर्चा का नेतृत्व कर रहे सभी पदाधिकारियों ने नामांतर का समर्थन करने के अलावा जल्द से जल्द गोहत्या, लव जिहाद और धर्मातर के खिलाफ कानून राज्य सहित देश में लागू करने की मांग की। मोर्चा औरंगपुरा पहुंचने पर हिंदू समुदाय के धर्मगुुरु के अलावा पालकमंत्री संदिपान भुमरे, सहकारिता मंंत्री अतुल सावे ने संबोंधित किया। मोर्चा को लेकर क्रांति चौक से लेकर औरंगपुरा तक कड़ा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया था। मोर्चा में शहर सहित जिले और आस-पास के जिले के युवक बड़ी संख्या में शामिल हुए। मोर्चा के आयोजन से क्रांति चौक से निराला बाजार और औरंगपुरा में घंटो यातायात जाम रहा। युवकों ने जोश भरे माहौल में सरकार द्वारा औरंगाबाद का नामांतर संभाजीनगर करने का जोरदार स्वागत किया। 

बिना पुलिस की अनुमति के मोर्चा निकाला गया

गत एक पखवाडे से शहर के जिलाधिकारी कार्यालय के सामने औरंगाबाद नामांतर कृति समिति के बैनर तले सरकार द्वारा औरंगाबाद का नामांतर करने को लेकर क्रमिक अनशन जारी था। यह अनशन शुक्रवार की शाम स्थगित करने की घोषणा एमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने की। सरकार द्वारा नामांतर के लिए निर्णय का स्वागत करने और नामांतर का विरोध करने वालों को लेकर जारी अनशन आंदोलनों का विरोध करने शहर में सकल हिंदू सकल समिति के बैनर तले मोर्चा का आयोजन किया गया था। मोर्चा में बड़ी संख्या में युवक शामिल थे। इधर, गत दो दिन से पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मोर्चा को लेकर कानून और सुव्यवस्था की बार-बार समीक्षा कर रहे थे। खुद शहर के सीपी डॉ. निखिल गुप्ता मोर्चा को लेकर सड़क पर उतरकर अपने मातहत अधिकारियों को सूचनाएं कर रहे थे।

पथराव बाजी की घटना से पुलिस का बड़ा टेंशन 

शहर के क्रांति चौक से औरंगपुरा तक मोर्चा शांति पूर्ण तरीके से पहुंचा। मोर्चा के समापन के घर जा रहे युवकों ने हुल्लडबाजी करते हुए रास्तों पर स्थित औरंगाबाद के नाम के कई होर्डिंग फोड़े। साथ ही महानगरपालिका की सिटी बस पर पथराव कर कांच भी तोड़े। औरंगपुरा से क्रांति चौक परिसर में महानगरपालिका प्रशासन द्वारा लगाए हुए लव औरंगाबाद के बोर्ड और फ्लैक्स की तोड़फोड़ की। एक कॉलेज के निकट लगाया हुआ बैनर भी फाड़ा गया।  इसके अलावा औरंगाबाद के नाम पर लगे बोर्ड पर पथराव किए गए। जिससे कुछ समय के लिए शहर के कुछ इलाकों में तनाव की स्थिति बनी थी।