औरंगाबाद: रामनवमी, हनुमान जयंती, गुड फ्राइडे, महावीर जयंती के साथ ही रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया है। सांसद इम्तियाज जलील ( MP Imtiaz Jalil) ने चिंता व्यक्त की है कि इस तरह के त्योहारी सीजन के दौरान औरंगाबाद जिले में महावितरण द्वारा अचानक लोडशेडिंग (Loadshedding) ने आम लोगों में नाराजगी है और सरकार को लोडशेडिंग के फैसले को तुरंत वापस लेना चाहिए अन्यथा गंभीर कानून व्यवस्था के मुद्दे पैदा होंगे। स्थिति के बारे में सचेत करने के लिए महावितरण (Mahavitaran) के अधिकारियों की तत्काल संयुक्त बैठक बुलाने के लिए पुलिस कमिश्नर निखिल गुप्ता और ग्रामीण पुलिस अधीक्षक निमित गोयल को एक पत्र (Letter) लिखकर की है।
सांसद जलील ने महावितरण के संयुक्त निदेशक मंगेश गोंदावले और मुख्य अभियंता भुजंग खंदारे को लिखे पत्र में जानकारी दी है कि अगर सरकार ने किसी कारणवश लोडशेडिंग का फैसला लिया है तो उसे जल्द से जल्द वापस लिया जाए।
एमपी इम्तियाज जलील ने लिखा पत्र
एमपी इम्तियाज जलील ने पत्र में कहा कि हर कोई जानता है कि रमजान दुनिया भर के मुसलमानों के लिए एक पवित्र महीना है, जिसके दौरान मुसलमान उपवास करते हैं और दिन में प्रार्थना करते हैं। यह एकमात्र ऐसा महीना है जिसमें सभी प्रकार के व्यवसाय फलते-फूलते हैं। दो साल पहले कोरोना के बाद से सभी समुदायों के नागरिकों ने घर पर ही अपना त्योहार मनाया था, लेकिन अब जब सभी प्रकार के प्रतिबंधों में ढील दी गई है और सभी प्रकार के प्रतिष्ठान और बाजार खुले हैं। अब सभी धर्मों के नागरिक अपने त्योहारों को उत्साह के साथ मनाना चाहते हैं। गौरतलब है कि महावितरण ने रमजान शुरू होते ही लोडशेडिंग शुरू कर दी है। रामनवमी, हनुमान जयंती, गुड फ्राइडे, महावीर जयंती का त्योहार करीब हैं जो बड़े उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। सांसद इम्तियाज जलील ने एक पत्र में कहा कि हालांकि औरंगाबाद जिले में बिजली गुल होने से लोगों में गुस्से का माहौल है, जिससे शहर में ऐन उत्सव के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई है।