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छत्रपति संभाजीनगर : शहर में मार्च महीना में मौसम ने करवट बदलने के बाद अचानक कोरोना (Corona) से पीड़ित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। कोरोना मरीजों (Corona Patients) की बढ़ती संख्या से चिंतित महानगरपालिका (Municipal Corporation) के स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने फिर एक बार इस महामारी के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरु की है। संदिग्ध मरीजों की तत्काल जांच करने के अलावा शहर के सभी निजी अस्पतालों को कोरोना महामारी के रोकथाम के लिए महानगरपालिका प्रशासन ने सहयोग की अपील की है। 

महानगरपालिका के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पारस मंडलेचा ने बताया कि आज स्वास्थ्य विभाग के सचिव नवीन सोना ने वीडिओ कॉन्फ्रेंसिंग कर शहर में कोरोना को हालत पर जायजा लिया। बीते कुछ दिनों से शहर में कोरोना मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा होने के बाद महानगरपालिका प्रशासन ने फिर एक बार एहतियात के तौर पर महामारी के प्रथम और दूसरे चरण में जो कदम उठाए गए थे, उस पर काम शुरु किया है। 

टेस्टिंग को दी जा रही प्राथमिकता 

महानगरपालिका के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पारस मंडलेचा ने बताया कि महामारी के रोकथाम के लिए महानगरपालिका के अलावा निजी अस्पतालों में बुखार और उससे संबंधित बीमारी की जांच के लिए आ रही मरीजों के कोविड और स्वाईन फ्लू जांच को प्राथमिकता दी जा रही है। वर्तमान में शहर में 42 सेंटरों पर कोविड की टेस्टिंग जारी है। वर्तमान में शहर में कोविड से पीड़ित 40 मरीज एक्टिव है। 1 से 26 मार्च तक शहर में 2 हजार 757 मरीजों की कोविड टेस्टिंग की गई। जिसमें 79 मरीज कोविड पॉजिटिव पाए गए है। मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते शहर में फिर एक बार महामारी अधिक फैलने के आसार होने की आशंका डॉ. मंडलेचा ने जताकर शहरवासियों से भीड़ में जाने से बचने के अलावा हमेशा मास्क का इस्तेमाल करना और बार-बार साबुन से हाथ धोने की अपील की है। 

निजी अस्पतालों को दिए गए सख्त निर्देश 

महानगरपालिका के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पारस मंडलेचा ने बताया कि बुखार और उससे संबंधित बीमारियों से पीड़ित मरीज बड़ी संख्या में निजी अस्पताल में पहुंच रहे है। वह मरीज महानगरपालिका और सरकारी अस्पताल में पहुंचने के बजाए निजी अस्पतालों में इलाज को प्राथमिकता देते है। ऐसे में महानगरपालिका प्रशासन ने शहर के निजी बजाज, हेडगेवार के अलावा अन्य निजी अस्पताल प्रशासन को जो मरीज संदिग्ध पाया जा रहा है, उसके तत्काल स्वैप लेकर जांच के लिए महानगरपालिका प्रशासन के भेजने के सख्त निर्देश दिए जा रहे है। उन्होंने माना कि महामारी के रोकथाम के लिए टेस्टिंग पर अधिक जोर देने की जरुरत है। महामारी के रोकथाम के लिए सभी मेडिकल ऑफिसर, नोडल अधिकारी, स्टाफ, नर्स को अलर्ट कर उन्हें सतर्क रहने को कहा गया है। 

शहर में 3 हजार 344 ऑक्सिजन बेड 

एक सवाल के जवाब में डॉ. मंडलेचा ने बताया कि मान लो शहर में कोरोना महामारी ने फिर एक बार बड़े पैमाने पर पांव पसारे तो शहर में इलाज के लिए ऑक्सिजन बेड भी बड़ी संख्या में उपलब्ध है। डॉ. मंडलेचा ने बताया कि शहर के निजी और महानगरपालिका अस्पतालों में कुल 3 हजार 344 ऑक्सिजन बेड उपलब्ध है। जिसमें 655 ऑक्सिजन बेड महानगरपालिका के मेल्ट्रान, नेहरु नगर, पदमपुरा ईओसी, एन-8 व एन-11 स्वास्थ्य केन्द्र में उपलब्ध है। इसके अलावा 540 आयसीयू बेड और 402 वेंटिलेटर बेड शहर में उपलब्ध है। इस तरह कुल शहर में 8 हजार 141 बेड उपलब्ध है। अंत में उन्होंने साफ किया कि कोरोना महामारी ने पांव पसारे भी तो शहर में लॉकडॉउन लगाने जैसे हालत नहीं होंगे।