rajnath singh

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छत्रपति संभाजीनगर: सन 2014 से पहले विश्व स्तर पर भारत के बातों को गंभीरता से नहीं  लिया जाता था और ना ही सुना जाता था, लेकिन 2014 में देश के प्रधानमंत्री के रुप में नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कमान संभालने के बाद से दुनिया भारत की बातों को कान खोलकर सुनती हैं। बल्कि भारत की बातों पर गंभीरता से विचार भी किया जाता है क्योंकि यह महाराणा प्रतापसिंह का भारत है। यह प्रतिपादन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Union Minister Rajnath Singh) ने यहां किया। शहर के रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित अयोध्यानगरी मैदान पर रविवार शाम वीर शिरोमणी महाराणा प्रतापसिंह महासम्मेलन (Veer Shiromani Maharana Pratap Mahasammelan) का आयोजन किया गया था। सम्मेलन में प्रमुख अतिथि के रुप में केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उपस्थित थे। सम्मेलन को संबोधित करते हुए  सिंह ने यह बात कहीं। 

उन्होंने पीएम मोदी के कार्यों की प्रशंसा करते हुए बताया कि हाल ही में यूक्रेन और रुस के बीच हुए युद्ध में यूक्रेन में देश के 22 हजार से अधिक छात्र फंसे थे। उन छात्रों की जान को खतरा था। पीएम मोदी ने रुस और यूक्रेन के राष्ट्रपति से बात कर कुछ समय के लिए युद्ध को रोककर उन 23 हजार छात्रों को भारत लाने में कामयाब हुए थे।

16 हजार करोड़ रुपए का रक्षा निर्यात करनेवाला देश बना भारत 

राजनाथ सिंह ने भारत की उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि भारत अलग-अलग सेक्टर में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। सन 2014 से पहले भारत 900 करोड़ रुपए के हथियार निर्यात करता था। आज भारत 16 हजार करोड़ के हथियार विश्व के देशों में निर्यात कर रहा है। जिसके चलते अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का कद ऊंचा हुआ हैं क्योंकि आज भारत में बड़े पैमाने पर युद्ध टैंक, बम, हाथ गोले, मिसाइल का उत्पादन हो रहा हैं।  

पड़ोसी देश भारत को कमजोर करने के फिराग में 

केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने पड़ोसी देश पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि वह हमारे देश में आतंकवाद के सहारे भारत को तोड़ना चाहता है। हमारे देश को कमजोर करने के उसके नापाक इरादे है, परंतु उसकी यह कोशिश नाकाम हो रही है क्योंकि भारत ताकतवर देश है। पुलवामा में हुए हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को उस हमले का जवाब दिया था। उन्होंने बताया कि पड़ोसी देश ने जब पुलवामा में हमला किया था, तब डंके की चोट पर पीएम मोदी ने चेताया था कि हम किसी को छेड़ेगे नहीं, लेकिन हमें किसी ने छेड़ा तो हम उसे छोड़ेगे नहीं क्योंकि हमारे पीएम का सीना 56 इंच का है। 

स्वाभिमान से महाराणा प्रताप ने कभी समझौता नहीं किया 

केन्द्रीय मंत्री ने महाराणा प्रतापसिंह  के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया। अकबर बादशाह ने उन्हें कई बार अपने अंडर रखकर सत्ता पर बने रहने के लिए लुभाया। महाराणा प्रताप अकबर के लुभावनों में आकर विलासी जीवन गुजार सकते थे। उन्होंने जीवन में कई मुश्किलों का सामना किया। घांस की रोटी खाई, लेकिन अपने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया। मेवाड की गद्दी पर विराजमान होते ही अकबर ने अपने बादशाहत के दबाव में रखने के लिए खूब दबाव डाला, लेकिन वे अपनी दृढ़ता पर कायम रहें। राजनाथ सिंह ने कहा कि 500 सालों पूर्व जो मान सम्मान महाराणा प्रताप का था, आज भी वह सम्मान बरकरार है। बल्कि आनेवाले 1 हजार साल बाद भी उनका मान सम्मान और नाम बरकरार रहेगा। उन्होंने अंग्रेजों से भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानेवाले भगतसिंह और अश्फाक उल्ला खान ने देश के लिए बलिदान पर  प्रकाश डालते हुए उन लोगों ने देश को आजादी दिलाने के लिए कितनी यातनाएं झेली इसका जिक्र किया। 

जल्द हटेगा भामटा शब्द 

इससे पूर्व अपने विचार में राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राजपूत समाज की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का आश्वासन देते हुए बताया कि इस समाज की मांग है कि उनके जाति प्रमाणपत्र के समक्ष लगनेवाला भामटा शब्द जल्द हटाया जाए। इस मांग को सरकार ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने राजपूत समाज को आश्वासन दिया कि उनकी इस मांग को जल्द पूरा करने का वह इस महासम्मेलन के माध्यम से निर्धार कर रहे हैं। जल्द ही सरकार यह निर्णय लेकर केन्द्र सरकार के पास भेजेगी और राजपूत समाज के जाति प्रमाणपत्र से जल्द भामटा शब्द हटेगा। यह विश्वास जताया। सम्मेलन के लिए मराठवाडा से हजारों लोग उपस्थित थे। मंच पर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस, केन्द्रीय रेल राज्यमंत्री रावसाहाब  दानवे, केन्द्रीय मंत्री डॉ. भागवत कराड, पालकमंत्री संदिपान भुमरे, सहकारिता मंत्री अतुल सावे, कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार, विधायक प्रशांत बंब, उदयसिंह राजपूत उपस्थित थे।