गरीब कल्याण रोजगार अभियान में मराठवाडा को शामिल करें

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विधायक सतीश चव्हाण की सीएम से मांग

औरंगाबाद. कोरोना को लेकर शहरों को छोड़कर अपने-अपने गांव वापस लौटे स्थानांतरित मजदूरों के लिए केन्द्र सरकार ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान शुरू की है. इस अभियान के अंतर्गत स्थानांतरित मजदूरों के हाथ को काम मिलेगा. इस अभियान में मराठवाड़ा को शामिल करने की मांग मराठवाड़ा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधायक सतीश चव्हाण ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, राज्य के मुखिया उध्दव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को एक ज्ञापन भेजकर की.

ज्ञापन में विधायक चव्हाण ने बताया कि देश के 6 राज्यों के 116 जिलों में गरीब कल्याण रोजगार अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए केन्द्र सरकार ने 50 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. इसमें बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड राज्य शामिल है. अभियान के तहत केन्द्र सरकार ने हर जिले में स्थानांतरित मजदूरों की संख्या 25 हजार होनी चाहिए यह शर्त डाली है.

मराठवाड़ा के 10 लाख मजदूर अन्य जिलों में

मराठवाडा में करीब 10 लाख मजदूर मुंबई, पुणे, नाशिक, औरंगाबाद आदि जिलों में रोजगार के लिए रहते है, परंतु लॉकडाउन के चलते यह सभी स्थानांतरित मजदूर अपने गांव लौट रहे है. इसमें बीड जिले के ढ़ाई लाख, औरंगाबाद जिले के दो लाख, लातूर जिले के डेढ़ लाख, नांदेड जिले के  डेढ़ लाख, उस्मानाबाद जिले में एक लाख, परभणी जिले में एक लाख, हिंगोली जिले के 65 हजार, जालना जिले के 60 हजार मजदूरों ने स्थानांतरित हुए  है. इस अभियान के लिए हर जिले में 25 हजार स्थानांतरित मजदूर होने की शर्त होने के बावजूद मराठवाडा के हर जिले में 60 हजार से ढाई लाख तक मजदूर स्थानांतरित हुए है. मराठवाड़ा के इन स्थानांतरित मजदूरों के हाथ को काम मिले, इसको लेकर केन्द्र सरकार ने शुरू किए गरीब कल्याण रोजगार अभियान मराठवाड़ा में भी शुरू हो, इसको लेकर केन्द्र सरकार से सिफारिश करने की मांग विधायक सतीश चव्हाण ने शरद पवार, उद्धव ठाकरे, अजीत पवार से की.