Bribery
रिश्वतखोरी

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    औरंगाबाद : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों (Anti-corruption Bureau) द्वारा हर दिन जिले में रिश्वतखोरों के खिलाफ कार्रवाई (Action) करने के बावजूद आए दिन रिश्वत खोर लालच में आकर रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे है। सोमवार को एसीबी ने जिले के गंगापुर तहसील के भूमि अभिलेख कार्यालय (Land Records Office) में उप अधीक्षक (Deputy Superintendent) पद पर कार्यरत 51 वर्षिय सालोबा लक्ष्मण वेताल (Saloba Laxman Vetal) को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगें हाथों गिरफ्तार (Arrested) किया गया। 

    एसीबी के पुलिस अधीक्षक संदिप आटोले ने बताया कि भूमि अभिलेख कार्यालय में क्लास-2 यानी उपाधीक्षक पद पर कार्यरत सालोबा लक्ष्मण वेताल के समक्ष फिर्यादी ने अपनी खेती की गिनती करने के लिए आवेदन किया था। उसके बाद खेती की गिनती करने के लिए रिश्वतखोर उपाधीक्षक सालोबा वेताल ने फिर्यादी से 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। उसके बाद दोनों में हुए समझौते में फिर्यादी ने 35 हजार रुपए देने के लिए हामी भरी। इधर फिर्यादी को रिश्वत देने की इच्छा न होने से उसने औरंगाबाद में स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों के कार्यालय पहुंचकर आरोपी सालोबा वेताल के खिलाफ शिकायत लिखाई। 

    गंगापुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज

    आरोपी ने सोमवार को रिश्वत लेने की इच्छा जताई। पहले से जाल बिछाए एसीबी के अधिकारियों ने तय समझौते के तहत 35 हजार में से 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए सालोबा वेताल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई औरंगाबाद के एसीबी के एसपी संदिप आटोले, अपर पुलिस अधीक्षक विशाल खांबे, उपाधीक्षक मारुति पंडित के मार्गदर्शन में उपाधीक्षक गोरख गांगुर्डे, पुलिस नाईक दिगंबर पाठक, सुनील पाटिल, चालक चन्द्रकांत शिंदे ने पूरी की। इस कार्रवाई के बाद गंगापुर के भूमि अभिलेख कार्यालय और तहसील कार्यालय में हडकंप मचा है। रिश्वत खोर आरोपी सालोब लक्ष्मण वेताल के खिलाफ गंगापुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।