औरंगाबाद: बीजेपी (BJP) ने संभाजी राजे (Sambhaji Raje) को बड़े सम्मान से राज्यसभा (Rajya Sabha) में भेजा था, परंतु गत कुछ माह से उनका प्रेम महाविकास आघाडी सरकार (Mahavikas Aghadi Government) पर बड़ा था। उन्हें यह प्रेम महंगा पड़ा। संभाजी राजे को राज्यसभा में न भेजने का सारा खेल शरद पवार ने खेला। संभाजी राजे महाविकास आघाडी सरकार की ओर आकर्षित होने से उनका नुकसान हुआ है। यह आरोप विधान परिषद के प्रतिपक्ष नेता प्रवीण दरेकर ने यहां लगाया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा सम्मान करनेवाला दल है। हम संभाजी राजे को हमेश सम्मान दे रहे थे और संभाजी राजे महाविकास आघाडी सरकार की ओर आकर्षित हो रहे थे। दरेकर ने आरोप लगाया कि शिवसेना-एनसीपी के नेताओं ने मिलीभगत कर संभाजी राजे को राज्यसभा भेजने से वंचित रखा। संभाजी राजे शिवाजी महाराज ने वंशज है, इसलिए बीजेपी ने उन्हें सम्मान पूर्वक राज्यसभा में भेजा था। वे बीजेपी से उम्मीदवारी मांगते तो वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा कर उन्हें राज्यसभा में फिर से भेजने का निर्णय लिया जा सकता था। वे हमारे पास फिर उम्मीदवारी के लिए आए ही नहीं। अब वे खुद का स्वराज्य संगठन चलाएंगे। जब उनसे संभाजी राजे के पिता शाहू छत्रपति महाराज द्वारा इस सारी राजनीति के लिए बीजेपी ने ही गेम खेलने के लगाए आरोप पर पूछे गए सवाल पर दरेकर ने कहा कि यह उनका निजी मत हो सकता है।
औरंगाबाद महानगरपालिका में जारी हैं बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार
बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर ने महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय के कामकाज पर कई सवाल उठाकर उनके आशिर्वाद से ही महानगरपालिका और स्मार्ट सिटी में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया। दरेकर ने कहा कि कमिश्नर के भ्रष्टाचार के चलते ही शहर में हर कार्य हल्के दर्ज के हो रहे है। पालक मंत्री सुभाष देसाई का भी कमिश्नर पर आशिर्वाद है। आगामी मानसून अधिवेशन में कमिश्नर द्वारा भ्रष्टाचार के सारे सबूत विधान परिषद में पेश कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग किए जाने की जानकारी दरेकर ने दी। अंत में उन्होंने राज्य में हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर सरकार द्वारा लगाए जा रही पाबंदियां और औरंगजेब की कब्र को मिल रहे संरक्षण पर सवाल उपस्थित कर महाविकास आघाडी सरकार पर निशाना साधा। प्रेस वार्ता में केन्द्रीय मंत्री डॉ. भागवत कराड, विधायक अतुल सावे, बीजेपी शहर अध्यक्ष संजय केणेकर आदि उपस्थित थे।