Magic proved eligible for CSR - First Fund Received

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    औरंगाबाद. मराठवाड़ा एक्सिलेटर फॉर ग्रोथ एंड इन्क्युबेशन कौन्सिल (Marathwada Accelerator for Growth and Incubation Council) (मैजिक ) सीएसआर  से निधि प्राप्त कराने के लिए योग्य साबित हुआ है। इसके अंतर्गत उमा सन्स ऑटो कंपनी प्रा. लि.का निधि मैजिक को प्राप्त हुआ है। 

    एक साल में 5 करोड़ मुनाफा अथवा एक  हजार करोड़ के लेन-देन के अलावा 500 करोड़ के मूल्यांकन वाले  कॉर्पाेरेट कंपनियों को उनके मुनाफे का 2 प्रतिशत हिस्सा सामाजिक कामों के लिए खर्च करना व्यावसायिक सामााजिक जिम्मेदारी कानून के तहत बंधनकारक किया गया। कानूनी बातों की पूर्तता करने पर  स्टार्टअप कपंनियों को मदद करनेवाले बिजनेस इन्क्युबेटर्स भी सीएसआर निधि के लिए योग्य साबित हुए है। कॉर्पोरेट कंपनियों का सीएसआर निधि लेने पर उसके लिए आयकर विभाग से 80 करोड़ जी, 12 ए प्रमाणपत्र लेना अनिवार्य  है।

    साथ ही कंपनी कानून के अनुसार सीएसआर-1 यह प्रमाणपत्र लेना भी  नए नियम के अनुसार बंधनकारक किया गया है. सीएमआईए के पहल से स्थापित हुए तथा नवउद्योग निर्मिती को बढ़ावा देने के लिए काम करनेवाले मैजिक ने भी सीएसआर की yogyta) पूरी की है।  सेक्शन 8 के अंतर्गत नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी के रुप में पंजीकरण किया है। इसके अलावा 12 ए तथा सीएसआर-1  यह प्रमाणपत्र भी प्राप्त किया है. उसके बाद मैजिक तथा उमा  सन्स के बीच सीएसआर प्रोजेक्ट पर अमलीजामा पहनाने के बारे में सामंजस्य करार हुआ है। इस कार्यक्रम में इस करार पर हस्ताक्षर होकर प्रथम चरण का निधि मैजिक के पास सुपुर्द किया गया।  इस अवसर पर उमा सन्स की ओर से राम भोगले, मैैजिक के संचालक रितेश मिश्रा, प्रसाद कोकिल,केदार देशपांडे, मुकुंद भोगले, सुरेश तोडकर रौहित औटी उपस्थित थे।