Aastik Kumar Pandey

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– मनपा प्रशासक पांडेय की जानकारी

औरंगाबाद. कोरोना वायरस को लेकर 3 माह से जारी लॉकडाउन के चलते टैक्स की वसूली को  बड़े पैमाने पर ब्रेक लग गया. मनपा प्रशासन जुलाई माह से वसूली पर सबसे अधिक लक्ष्य केन्द्रीत करेगी. वर्तमान में शहर के सातारा-देवलाई परिसर में संपत्ति कर लगाने के लिए स्वतंत्र दल नियुक्त किया गया है. यह जानकारी मनपा प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय ने दी.

ध्यान रहे कि लॉकडाउन के दरमियान मनपा के तिजोरी में सिर्फ 12 करोड़ की राशि जमा  हुई. बीते 10 सालों से मनपा की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है. मनपा प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद करों की राशि 100 प्रतिशत वसूल करने में मनपा प्रशासन नाकाम है. यहीं कारण हैं कि आज शहर में बकाया करों की राशि का आंकड़ा 500 करोड़ के उपर पार कर चुका है. मार्च एंड में मनपा प्रशासन बड़े पैमाने पर वसूली करता है, लेकिन 22 मार्च से लॉकडाउन जारी होने के बाद करों की राशि वसूलने के काम को ब्रेक लगा था. मनपा प्रशासक पांडेय ने बताया कि अगले माह वसूली पर विशेष लक्ष्य केन्द्रीत किया जाएगा.

नई पेयजल योजना का काम जल्द होगा शुरु

मनपा प्रशासक ने कहा कि पेयजल के बिना शहर का विकास असंभव है. इसलिए 1680 करोड़  रुपए की नई पेयजल आपूर्ति योजना का काम जल्द शुरु होगा. योजना के काम की निविदा प्रक्रिया अंतिम स्तर पर है. उन्होंने बताया कि राज्य के अन्य शहरों में अब तक भूमिगत ड्रैनेज योजना का काम शुरु नहीं हो पाया है.औरंगाबाद  शहर में इस योजना का काम पूरा हो चुका है. दूषित पानी पर प्रक्रिया भी जारी है.

जुलाई एंड तक पडेगांव का कचरा प्रकल्प होगा शुरु

मनपा प्रशासक पांडेय ने बताया कि कचरे की समस्या में राजनेताओं ने अपना आलेख  उंचा किया. जिससे  शहर की प्रतिमा खराब हुई. चिकलथाना में 150 मेट्रिक टन क्षमता का प्रकल्प जारी है. पडेगांव में जुलाई एंड तक कचरा प्रकल्प शुरु हो जाएगा. कांचनवाडी में 30 मैट्रिक टन क्षमता का बायोगैस प्रकल्प शुरु होगा. हर्सूल का कचरा प्रक्रिया प्रकल्प का काम भी जल्द पूरा होने का विश्वास प्रशासक पांडेय ने जताया.

आगामी 5 साल के मूलभूत जरुरतों को पूरा करने की कोशिश

शहर की आगामी 5 साल की मूलभूत जरुरतें कौन सी है? इस पर सबसे अधिक लक्ष्य केन्द्रीत कर मनपा प्रशासन काम कर रहा है. उस दृष्टि से नियोजन तथा उपाय योजनाएं की जाएगी. उन्होंने बताया कि शहर के बदहाल सड़कों को  बेहतर बनाने के लिए 100 करोड़ रुपए खर्च कर कई महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण किया गया है. राज्य सरकार ने और 150 करोड़ का निधि उपलब्ध कराया है. इसमें 100 करोड़ के काम जल्द ही पूरें होंगे. पांडेय ने बताया कि औरंगाबाद मनपा भविष्य में शहर के अंतर्गत सड़कें तैयार करने का नियोजन करेगी. इसको लेकर एक निर्णय आगामी काल में किया जाएगा.