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छत्रपति संभाजीनगर : गत वर्ष महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) द्वारा शहर में केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) को लेकर जारी की गई निविदा में हुए घोटाले का मामला उजागर होने के बाद केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (Central Enforcement Directorate) ने इस मामले की जांच शुरु की है। जांच शुरु करने के बाद ईडी के अधिकारियों ने शहर में संबंधित ठेकेदार आरोपियों के घरों और कार्यालय पर छापे मारने के बाद पूछताछ के लिए महानगरपालिका की उपायुक्त अपर्णा थेटे को मुंबई बुलाया था। 4 दिन थेटे से पूछताछ हुई। इसी दरमियान ईडी के अधिकारियों ने 2 हजार से अधिक दस्तावेज अपने में कब्जे में लिए जाने की जानकारी महानगरपालिका सूत्रों ने दी। 

महानगरपालिका सूत्रों ने बताया कि ईडी के अधिकारियों ने उपायुक्त अपर्णा थेटे से चार दिन पीएम आवास योजना को लेकर सन 2015 से महानगरपालिका प्रशासन द्वारा की गई सारे प्रक्रिया के दस्तावेज मांगे थे। यह सारे दस्तावेज महानगरपालिका प्रशासन द्वारा ईडी को थमाए गए है। सूत्रों के अनुसार इस घोटाला का मुख्य आरोपी समरथ कन्स्ट्रक्शन का मालिक अमर बाफना ने छत्रपति संभाजीनगर महानगरपालिका के अलावा जिले के फुलंब्री, सिल्लोड, गंगापुर, सोयगांव और अहमद नगर जिले के राहता नगर पालिका द्वारा पीएम आवास योजना को लेकर जारी की गई निविदा प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। इन नगर पालिकाओं ने समरथ कन्स्ट्रक्शन कंपनी को पीएम आवास योजना के तहत संबंधित नगर पालिका क्षेत्रों में घरों का निर्माण के लिए वर्क ऑर्डर भी दिए है। इधर शहर महानगरपालिका में पीएम आवास योजना को लेकर हुए घोटाला उजागर होने के बाद ईडी के अधिकारियों ने जिन नगर पालिका ने समरथ कन्स्ट्रक्शन  को वर्क ऑर्डर दिए है, उसकी भी जांच शुरु किए जाने की जानकारी सूत्रों ने दी। 

तत्कालीन कमिश्नर पांडेय को भी आ सकता ईडी का बुलावा 

महानगरपालिका सूत्रों ने बताया कि शहर महानगरपालिका द्वारा गत वर्ष पीएम आवास योजना को लेकर निविदा जारी करने के बाद गठित की गई समिति के अधिकारियों से भी ईडी द्वारा पूछताछ करना तय है। गत सोमवार से गुरुवार तक महानगरपालिका की उपायुक्त अपर्णा थेटे से पूछताछ के बाद समिति में शामिल महानगरपालिका के तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त बीबी नेमाने, तत्कालीन शहर अभियंता सखाराम पानझडे, एबी देशमुख के अलावा अन्य अधिकारियों को भी मुबई बुलाकर ईडी के अधिकारी उनसे पूछताछ कर सकते है। विशेषकर, गत वर्ष जब पीएम आवास योजना को लेकर  स्थानीय महानगरपालिका द्वारा जारी की गई निविदा के समय तत्कालीन कमिश्नर पद पर जिले के वर्तमान कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडेय कार्यरत थे। उन्हें भी जांच के लिए बुलाया जाना तय होने की जानकारी महानगरपालिका सूत्रों ने दी। 

नगर पालिका के सीईओ से हो सकती पूछताछ 

सूत्रों ने बताया कि ईडी के अधिकारियों ने स्थानीय महानगरपालिका से पीएम आवास योजना को लेकर अपनाई गई निविदा प्रक्रिया के सारे दस्तावेज अपने कब्जे में लेने के बाद जिले के चार नगर पालिकाओं द्वारा समरथ कन्स्ट्रक्शन एजेंसी को दिए गए वर्क ऑर्डर पर जांच शुरु की है। जिसके चलते उन नगर पालिकाओं के सीईओ को भी पूछताछ के लिए ईडी अपने मुंबई कार्यालय पूछताछ के लिए बुला सकता है। उधर चार दिन पूछताछ के बाद बीते शुक्रवार की शाम थेटे शहर पहुंची। सोमवार को उपायुक्त अपर्णा थेटे ने महानगरपालिका पहुंचकर अपना कार्य शुरु किया। महानगरपालिका सूत्रों ने बताया कि ईडी द्वारा की गई पूछताछ के चलते उपायुक्त अपर्णा थेटे पूछताछ के चार दिन बाद भी सहमी सहमी नजर आई।