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छत्रपति संभाजीनगर : देश भर में बहुचर्चित शहर के प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) घोटाले (Scams) को लेकर केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (Central Enforcement Directorate) ने जांच तेज कर दी है। गत चार दिन से महानगरपालिका की उपायुक्त अपर्णा थेटे ईडी के मुंबई कार्यालय पहुंचकर पीएम आवास योजना घोटाले को लेकर पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले की जानकारी दे रही हैं। वहीं, दूसरी तरफ ईडी के अधिकारियों ने इस घोटाले का प्रमुख आरोपी समरथ कन्स्ट्रक्शन (Samarth Construction) का संचालक अमर बाफना को पूछताछ के लिए ईडी के मुंबई कार्यालय बुलाया है। ईडी द्वारा पूछताछ के लिए बुलाने से प्रमुख आरोपी समरथ कन्स्ट्रक्शन का संचालक अमर बाफना की नींद हराम है। 

महानगरपालिका सूत्रों ने बताया कि गत 4 दिन से तत्कालीन पीएम आवास योजना की प्रमुख और उपायुक्त अपर्णा थेटे से ईडी के अधिकारी मुंबई में पूछताछ कर रहे है। इसी पूछताछ के दरमियान गुरुवार को ईडी के अधिकारियों ने पीएम आवास योजना घोटाले का प्रमुख आरोपी समरथ कन्स्ट्रक्शन का संचालक अमर बाफना को मुंबई कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाने की जानकारी मिली है। महानगरपालिका सूत्रों ने बताया कि घोटाले को लेकर ईडी के अधिकारी अमर बाफना से पूछताछ करेंगे। इधर, गत सप्ताह ईडी के अधिकारियों ने शहर पहुंचकर घोटाले में शामिल प्रमुख आरोपियों के घरों और कार्यालयों पर छापे मारे थे। तबसे शहर में खलबली मची है। 

महानगरपालिका कमिश्नर ने नोटिस जारी कर मांगा स्पष्टीकरण 

गौरतलब हो कि गत वर्ष महानगरपालिका प्रशासन ने मार्च महीने के आरंभ में पीएम आवास योजना के लिए निविदा जारी की थी। उससे पूर्व तत्कालीन कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने निविदा प्रक्रिया के लिए महानगरपालिका के आला अधिकारियों की एक समिति गठित की थी। केंद्र सरकार ने गत वर्ष 31 मार्च से पूर्व आवास योजना की निविदा प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश प्रशासन को दिए थे। सरकार के निर्देश के बाद निविदा प्रक्रिया पूरी करने के लिए काफी कम समय प्रशासन को मिला था। ऐसे में तत्कालीन महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने सरकार के निर्देश पर योजना की निविदा प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करने के लिए समिति का गठन किया था। समिति के प्रमुख में महानगरपालिका के तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त बीबी नेमाने, तत्कालीन शहर अभियंता सखाराम पानझडे, उपायुक्त अपर्णा थेटे, तत्कालीन मुख्य लेखाधिकारी मुख्य लेखापरीक्षक शामिल थे। इन सभी को महानगरपालिका कमिश्नर ने  नोटिस जारी कर पीएम आवास योजना के जारी की गई निविदा को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है।