PMC appointed for Garware Stadium development, DPR will be made in a month

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    औरंगाबाद. महानगरपालिका (Municipal Administration) द्वारा चिकलथाना एमआईडीसी परिसर (Chikalthana MIDC Campus) में करीब 23  साल पूर्व निर्माण किए हुए गरवारे स्टेडियम (Garware Stadium) को सभी आधुनिक सुविधाओं से  विकसित करने का निर्णय महानगरपालिका प्रशासन ने लिया है। गरवारे स्टेडियम को आधुनिक तौर पर विकसित करने के लिए अजय ठाकुर एंड एसोसिएट्स नामक एजेंसी को पीएमसी के तौर पर नियुक्त किया गया। परियोजना प्रबंधन ठेकेदार (पीएमसी) (Project Management Contractor) द्वारा जल्द ही डीपीआर तैयार कर उसका प्रेंझेटेशन राज्य सरकार (State Government) के समक्ष पेश कर निधि की मांगा की जाएगी। गरवारे  स्टेडियम के विकास पर 30 से 40 करोड़  रुपए खर्च होना अपेक्षित है।

    महानगरपालिका के उपायुक्त सौरभ जोशी ने बताया कि गरवारे  स्टेडियम को आधुनिक तौर पर विकसित करने के लिए  प्रशासन द्वारा लिए गए निर्णय के तहत वहां वर्तमान में स्थित क्रिकेट  स्टेडियम के अलावा स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स, स्वीमिंग पुल, टेबल टेनिस कोर्ट, वॉकिंग ट्रैक, फूटबॉल ग्राउंड, शूटिंग रेंज आदि का निर्माण करने का नियोजन  किया गया है। बीते दिनों प्रशासन ने  स्टेडियम को विकसित करने के लिए पीएमसी को नियुक्त  करने का निर्णय लेकर निविदा प्रकाशित की थी। उसके तहत अजय ठाकुर एंड एसोसिएट्स नामक एजेंंसी को पीएमसी के रुप में नियुक्त किया गया। एजेंसी द्वारा डीपीआर तैयार करते ही उसे राज्य सरकार के समक्ष पेश किया जाएगा।  स्टेडियम के विकास के लिए राज्य सरकार से निधि प्राप्त करने में प्रशासन जूटा है। सरकार के अलावा कंपनियों के  सीएसआर फंड से भी स्टेडियम को विकासित करने के  जरुरी निधि उपलब्ध कराने के लिए  प्रशासन ने प्रयास तेज किए है। 

    नेहरु भवन के विकास के लिए केन्द्र से मांगा जाएगा निधि 

    उपायुक्त सौरभ जोशी ने बताया कि शहर के बुढढी लाईन में स्थित नेहरु भवन की इमारत को विकसित करने के प्रशासन द्वारा लिए गए निर्णय के बाद केंद्र सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय से रविन्द्र नाथ टैगोर सांस्कृतिक कॉम्प्लेक्स योजना के तहत निधि मांगा जाएगा। उसके लिए महानगरपालिका प्रशासन  ने 15 करोड़ रुपए का निधि मांगने का प्रस्ताव तैयार किया  है। आगामी सप्ताह  यह प्रस्ताव केंद्र सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय को भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि नेहरु भवन के विकास पर 32 करोड़ रुपए खर्च होंगे। उसमें केंद्र सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय से 15 करोड़ का निधि प्राप्त हुआ तो,  महानगरपालिका  प्रशासन को नेहरु भवन को विकसित करने में बड़े पैमाने पर राहत मिलेंगी। केंद्र से निधि प्राप्त करने के लिए प्रशासन शहर के राज्यसभा सांसद और देश के केंद्रीय अर्थराज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड की मदद भी लेगा। गौरतलब है कि नेहरु भवन शहर का सबसे पुराना सांस्कृतिक सभागृह है। पिछले कुछ सालों से नेहरु भवन अपनी दुर्देशा पर आंसू बहा रहा है। महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने नेहरु भवन की महत्वता को जानकर उसे विकसित करने का निर्णय लिया है।