औरंगाबाद : एक तरफ केंद्रीय मंत्री (Union Minister) नारायण राणे (Narayan Rane) और महाराष्ट्र विधान परिषद (Maharashtra Legislative Council) के विरोधी पक्ष नेता प्रवीण दरेकर जल्द ही महाराष्ट्र (Maharashtra) में राज्य की ठाकरे सरकार गिरकर भाजपा की सरकार आने का दावा कर रहे है। वहीं, दूसरी तरफ मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने मंगलवार को औरंगाबाद (Aurangabad) में भविष्यवाणी करते हुए कहा कि राज्य में स्थापित तीन दलों की उद्धव ठाकरे सरकार नहीं गिरेगी।
सोमवार शाम दो दिवसीय औरंगाबाद दौरे पर पहुंंचे, राज ठाकरे ने आयोजित प्रेस वार्ता में महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार न गिरने का दावा किया। पत्रकारों ने भाजपा नेताओं द्वारा जल्द ठाकरे सरकार गिरने के दिए बयान पर राज ठाकरे ने कहा कि वर्तमान महाराष्ट्र में सत्तासीन तीन दलों की सरकार गिरना असंभव है। उन्होंने कहा कि वे महाराष्ट्र में विकास देखना चाहते है। उसके लिए मैं राज्य के दौरे पर निकला हूं।
वर्तमान पत्रकारिता पर राज ठाकरे ने जताई नाराजगी
मनसे प्रमुख ने वर्तमान में जारी पत्रकारिता भी कई सवाल उपस्थित किए। उन्होंने आर्यन खान की गिरफ्तारी और सुशांत सिंह की मौत के मामले को लेकर कई दिनों तक दिखाई गई। खबरों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बीते कुछ सालों में 5 लाख से अधिक व्यावसायिक देश छोड़कर चले गए है। यह बात लोकसभा में सामने आई। इस पर पत्रकारों को विशेष ध्यान देने की जरुरत थी। 5 लाख व्यावसायिकों ने जब देश छोड़ा है, तो उससे कितने लोग बेरोजगार हुए होंगे। यह जानकारी मीडिया के सामने लानी चाहिए। आज देश में लाखों लोग ऐसे हैं, जिनकी लॉकडाउन में नौकरी गई, उनके पास आज अपने बच्चों की फिस अदा करने के लिए पैसे नहीं है। कई लोगों के उद्योग बरबाद हुए, बंद हुए है। आज कल क्या हो रहा है, इसकी कोई जानकारी नहीं है। देश में जनता के जीवन से संबंधित कई प्रश्न होने के बावजूद मीडिया में अनाप-शनाप घटनाओं को अधिक तरजीह दी जा रही है। लेकिन, जनता के जीवन से संबंधित मुद्दों पर ध्यान न देते हुए अन्य मामलों को मीडिया में दी जा रही तरजीह पर राज ठाकरे ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने नोट बंदी से लेकर लॉकडाउन के दरमियान यह सारी घटनाएं घटने की बात कहीं।
अंबानी के घर के निकट मिले बम वाहन पर उठाया सवाल
देश के मशहुर उद्योजक अनिल अंबानी के घर के निकट बम रखा वाहन मिलने पर राज ठाकरे ने सवाल उपस्थित किया। उनका कहना था कि शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष के सचिन वाझे से काफी करीबी था। वझे 6 माह तक जेल में था। पुलिस सेवा से करीब 7 साल से अधिक समय से बरखास्त किया गया था। उसके बाद उसे शिवसेना में प्रवेश दिया गया। शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष का वझे काफी करीबी था। वहीं, अनिल अंबानी भी शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष के काफी करीबी है। ऐसे में सचिन वाझे द्वारा अंबानी के घर के निकट वाहन में बम रखने का मामला सामने आना, उसके बाद उस मामले का क्या हुआ ? यह बात सामने न आने पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा कि मीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा है, उससे ऐसी घटनाएं घटती है। उन्होंने उध्दव ठाकरे का नाम लिए बिना कहा कि शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष का एक करीबी मित्र दूसरे करीबी मित्र के घर के निकट बम रखता है। इसका अर्थ ही मुझे आज तक समझ में नहीं आया है। इसका जवाब जब तक नहीं मिलेगा, तब तक अगला मामला क्या है ? यह समझ में नहीं आएगा। राज ठाकरे ने बताया कि अनिल अंबानी के घर के पास सख्त सेक्यूरिटी तैनात रहती है। इतनी सख्त सेक्यूरिटी में वझे ने वहां बम वाला वाहन खड़ा किया, यह बात भी समझ से परे है।