Maharashtra State Waqf Board

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    औरंगाबाद: महाराष्ट्र राज्य  वक्फ बोर्ड (Maharashtra State Waqf Board) में कर्मचारियों (Employees) की कमी का प्रश्न जल्द ही हल करने का निर्णय बोर्ड ने लिया है। आगामी तीन माह में 169 कर्मचारियों की भर्ती (Recruitment) की जाएगी। यह जानकारी महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड के चैयरमैन और विधायक डॉ. वजाहात मिर्जा (MLA Dr. Wajahat Mirza) ने दी।

    गत दो दिन से औरंगाबाद के राजस्व प्रबोधिनी में वक्फ बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में सांसद और बोर्ड के सदस्य इम्तियाज जलील, राज्यसभा सदस्य फौजिया खान, मौलाना सैयद अथहर अली, एड. खालेद बाबू कुरैशी, डॉ. मुदस्सीर लांबे, एड. अहमद खान उस्मान खान, इम्तियाज मुश्ताक काजी, समीर गुलाम नबी काजी, शेख हसनैन शाकिर, सीईओ अनिस शेख उपस्थित थे। 

    कर्मचारियों का प्रश्न जल्द हल किया जाएगा

    चैयरमैन डॉ. मिर्जा ने माना कि बोर्ड में कर्मचारियों की संख्या कम होने से बोर्ड के कामकाज को गति नहीं मिल पा रही है। बोर्ड के कामकाज को गति देने के लिए बोर्ड की दो दिवसीय बैठक में विस्तार से चर्चा कर कर्मचारियों की भर्ती करने का निर्णय लिया गया। डॉ. मिर्जा ने कहा कि गत कई सालों से बोर्ड में कर्मचारियों की भर्ती नहीं हुई। जिससे बोर्ड के कामकाज में कई अड़चनें आ रही हैं। इसको लेकर बोर्ड ने राज्य सरकार के पास भर्ती प्रक्रिया अपनाने के लिए प्रस्ताव भेजा था।

    राज्य सरकार ने दी प्रस्ताव को मंजूरी

    उक्त प्रस्ताव को राज्य सरकार ने मंजूरी देते हुए 169 पदों पर भर्ती के लिए हरी झंडी दिखायी है। इस संदर्भ में भर्ती नियमावली प्रक्रिया अंतिम चरण में है। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने तक कुछ पदें तीन माह के लिए भरने का निर्णय बैठक में लिया गया। तीन माह के लिए बोर्ड के पूर्व अधिकारियों पर काम पर लिया जाएगा। जिससे बोर्ड के काम को गति मिलने का दावा चैयरमैन डॉ. वजाहात मिर्जा ने किया। 

    अतिक्रमण करनेवालों को बख्शा नहीं जाएगा 

    चैयरमैन ने राज्यभर में स्थित बोर्ड की जमीन पर जो लोग अतिक्रमण करेंगे, उन्हें न बख्शने की चेतावनी देते हुए साफ कहा कि बोर्ड ने अतिक्रमण धारकों पर सख्त कानूनी कार्रवाई शुरु की है। जिसके हमें बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। शहर से सटे मांडकी परिसर का बोर्ड के सदस्यों और अधिकारियों ने दो दिन पूर्व दौरा किया था। इसको लेकर कुछ लोगों ने पत्रकार परिषद लेकर उक्त जमीन बोर्ड की न होने का दावा किया था। इस पर चैयरमैन डॉ. मिर्जा ने साफ कहा कि उक्त जमीन वक्फ बोर्ड की है। हमारे पास सारे दस्तावेज उक्त जमीन के उपलब्ध है। उक्त जमीन पर जल्द ही आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल अथवा शिक्षण संस्था की इमारत का निर्माण किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में डॉ. मिर्जा ने बताया कि वक्फ की जमीन पर कब्जा करनेवालों पर कानूनी कार्रवाई शुरु करने से भूमाफियाओं की नींद हराम है। उन्होंने बताया कि वक्फ बोर्ड द्वारा अपराध दर्ज किए जा चुके है। इसके आगे भी अतिक्रमण धारकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

    पंजीकरण के लिए मुहिम

    राज्य भर से मुस्लिम धार्मिक स्थलों को लेकर धर्मादाय आयुक्त से सैकड़ों फाइल्स वक्फ बोर्ड में जमा किए गए है। उन फाइल के आधार पर पुराने और नए धार्मिक स्थलों के पंजीकरण के लिए बोर्ड की ओर से विशेष मुहिम चलायी जाएगी। इसके लिए मंडल की ओर से आगामी 20 से 30 मई के दरमियान महाराष्ट्र के हर इलाकों में शिविर आयोजित किए गए है। इसके लिए मंडल के सदस्य ऑनलाइन मार्गदर्शन करेंगे।