
- सांसद जलील ने साधा ‘सुपर संभाजीनगर सेल्फी पॉईंट’ पर निशाना
औरंगाबाद. मनपा चुनाव (Aurangabad Municipal elections) आते ही कुछ दलों को औरंगाबाद (Aurangabad) का नाम संभाजीनगर ( Sambhajinagar) करने की याद आती है. बीते 25 सालों से औरंगाबाद मनपा पर सेना-भाजपा (SENA-BJP) की सत्ता रही. आज शहर के नागरिक मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे है. मनपा चुनाव आते ही शिवसेना को संभाजीनगर की याद आती है. संभाजी महाराज का नाम गंदी राजनीति के लिए किया जा रहा है. यह आरोप औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील (MP Imtiaz Jalil) ने ट्वीट कर किया.
Oh! Aurangabad Municipal elections dates seem to have been finalised! Every 5 years Sena-BJP bring this issue out so that nobody questions about water, sanitation, roads, gardens, open spaces, jobs! It has been installed right in front of tv centre police chowki! Surprising!! pic.twitter.com/n77i5NR5dY
— imtiaz jaleel (@imtiaz_jaleel) December 19, 2020
गौरतलब है कि औरंगाबाद मनपा प्रशासन ने स्मार्ट सिटी के प्रकल्प के माध्यम से ऐतिहासिक औरंगाबाद शहर की पुरानों को यादा को ताजा करने सेल्फी पॉईंट का निर्माण किया है. मनपा प्रशासन द्वारा शहर के दिल्ली गेट के निकट, सिडको एन-1, खडकेश्वर के महादेव मंदिर परिसर, जालना रोड पर ‘लव औरंगाबाद’, ‘लव खिडकी’, ‘लव प्रतिष्ठान’ के नाम से सेल्फी पॉईंट बनाए गए. मनपा प्रशासन ने इन नामों से सेल्फी पॉईंट बनाते ही शिवसेना द्वारा टीवी सेंटर चौक पर सुपर संभाजीनगर नामक सेल्फी पॉईंट बनाया गया. इस पर फिर एक बार औरंगाबाद वर्सेस संभाजीनगर की राजनीति शुरु हो चुकी है.
चुनाव आते ही संभाजीनगर की याद कुछ दलों को आती है
शहर के ब्रांडिंग के लिए मनपा प्रशासन ने शुरु किए इन प्रयासों पर जारी राजनीति पर सांसद जलील ने निशाना साधता हुए कहा कि शायद मनपा चुनाव करीब है. गत 25 सालों से मनपा पर युति की सत्ता रही. चुनाव आते ही संभाजीनगर की याद कुछ दलों को आती है. आज शहर के नागरिक पेयजल, सड़कें, रोजगार के प्रश्न, स्वास्थ्य आदि मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे है. शहर के नागरिक मूलभूत सुविधाओं के बारे में ना पूछे, इसलिए संभाजीनगर की गंदी राजनीति फिर एक बार शुरु हो चुकी है. मेरे मन में संभाजी महाराज के प्रति अत्यधिक सम्मान है, लेकिन उनके नाम पर गंदी राजनीति जारी है. 25 सालों से सत्ता में रहने के बावजूद सेना-भाजपा औरंगाबाद को स्मार्ट सिटी क्यों नहीं बना पाई? यह सवाल भी सांसद जलील ने ट्वीट में उपस्थित किया.