Sanjay Raut
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छत्रपति संभाजीनगर: जो लोग औरंगजेब के फोटो का स्टेटस पर रखकर राज्य में माहौल खराब कर रहे हैं, उसका उद्धव ठाकरे की शिवसेना कड़ा विरोध करती हैं। जिसे औरंगजेब (Aurangzeb) से मोहब्बत है, वह पाकिस्तान (Pakistan) जाए। स्टेटस रखने पर कट्टर हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा मार्च निकालकर आंदोलन (Protest) किए जा रहे हैं। उसी तरह के मार्च देश से गद्दारी कर हमारे देश की जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचानेवाले डीआरडीओ के वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप कुरुलकर के खिलाफ भी निकाले जाने चाहिए थे। तब कट्टर हिंदुत्ववादी संगठन शांत क्यों थी? यह सवाल शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने यहां लगाया।

उद्धव ठाकरे की शिवसेना के औरंगाबाद शाखा के वर्धापन दिन के उपलक्ष्य में जिले भर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। उसके लिए शहर आए संजय राउत ने प्रेस वार्ता में कोल्हापुर में बुधवार की सुबह हुए दंगे पर चिंता जताते हुए कहा कि औरंगजेब की स्टेटस रखने पर कट्टर हिंदुत्ववादी संगठन सड़क पर उतरे हैं, उसी तरह हमारे देश की गुप्त जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचानेवाले देशद्रोही और आरएसएस से जुड़े डीआरडीओ के वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप कुरुलकर को लेकर यह लोग शांत क्यों रहें?। 

एमपी संजय राउत ने लगाया ये आरोप

यह सवाल बार-बार एमपी संजय राउत ने उपस्थित करते हुए आरोप लगाया कि योजनाबद्ध तरीके से राज्य में दंगे कराए जा रहे हैं। सरकार की असफलता के चलते महाराष्ट्र में दंगे भड़क रहे हैं। सिर्फ किसी के फोटो जलाकर दो समुदाय में द्वेष पैदा करने का काम राज्य में किया जा रहा हैं। उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि जो लोग दंगे कर रहे हैं, उन दंगाईयों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जब राज्य में हिंदुत्ववादी सरकार कार्यरत है तो लोग औरंगजेब की फोटो का स्टेटस रखने की हिम्मत कैसे कर पा रहे है। यह राज्य सरकार की असफलता है, जो लोग शांति भंग कर रहे हैं, उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग राउत ने की। उन्होंने राज्य की तत्कालीन महाविकास आघाड़ी सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा जब राज्य के सीएम ठाकरे थे, तब राज्य शांत था। 

स्थानीय निकायों के चुनाव कराने की हिम्मत दिखाए सरकार 

महानगरपालिका, जिला परिषद के अलावा अन्य स्थानीय निकाय चुनाव कराने की हिम्मत राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार न दिखाने का आरोप एमपी संजय राउत ने लगाते हुए कहा कि जब सत्तासीन दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार बेहतर काम कर रही है तो वे स्थानीय निकाय चुनाव जल्द कराएं। चुनाव होने के बाद साफ हो जाएगा कि जनता किसके साथ हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने साफ किया कि लोकसभा चुनाव के लिए शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी में सीटों को बंटवारों को लेकर कोई मतभेद नहीं है।