सिडको क्षेत्र के सफाई कर्मचारी वेतन के लिए औरंगाबाद महानगरपालिका में घंटों बैठे रहे

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    औरंगाबाद : सिडको क्षेत्र (CIDCO Area) में कचरा संग्रहण के लिए स्वयं सहायता समूहों के तहत लगभग 5300 सफाई कर्मचारियों (Sweepers) को नियुक्त किया गया है। इन कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन (Salary) नहीं मिला है। इसलिए ये सफाई कर्मचारी करीब तीन से चार घंटे तक महानगरपालिका मुख्यालय (Municipal Headquarters) में जमे रहे। लेकिन उसके बाद भी महानगरपालिका मुख्यालय में प्रशासक सहित कोई जिम्मेदार अधिकारी न होने के कारण इन कर्मचारियों को कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला।

    महानगरपालिका प्रशासन ने शहर में कचरा संग्रहण और प्रबंधन का निजीकरण कर कचरा संकलन का काम गोपीनाथ रेड्डी कंपनी को दिया गया। हालांकि, सिडको में कचरा संग्रहण केवल 13 स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से किया जाता है। इन स्वयं सहायता समूहों के अंतर्गत सिडको में कुल 327 कर्मचारी कचरा संग्रहण का कार्य करते हैं। जिन कर्मचारियों के हाथ में पेट है, उनका वेतन महानगरपालिका और स्वयं सहायता समूहों द्वारा समय-समय पर रोका जा रहा है। अब भी मई, जून और जुलाई के तीन महीने का वेतन नहीं दिया गया है। ऐसे में उन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनके परिवारों पर भुखमरी का समय आ गया है। 

    कर्मचारियों ने की गंभीर आंदोलन की चेतावनी दी

    इन कर्मचारियों के तीन से चार घंटे इंतजार करने के बाद प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर उनका बकाया वेतन तत्काल अदा करने की मांग की। लेकिन महानगरपालिका मुख्यालय में प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी सहित कोई जिम्मेदार अधिकारी न होने से वे निराश हो गए। अंतत: कर्मचारियों के हित में कोई निर्णय नहीं लेने पर कर्मचारियों ने गंभीर आंदोलन की चेतावनी दी।