औरंगाबाद के विकास के लिए ठाकरे सरकार कटिबद्ध: सांसद विनायक राउत

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    औरंगाबाद: राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी सरकार  (Maha Vikas Aghadi Govt.) ने जिले के सर्वांगीण विकास (Development) के लिए बड़े पैमाने पर निधि (Fund) उपलब्ध कराते हुए महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार औरंगाबाद (Aurangabad) के विकास के लिए कटिबद्ध है। बीते सवा दो सालों में औरंगाबाद में बड़े पैमाने पर विकास हो रहा है। इसका श्रेय ठाकरे सरकार को जाता है। यह प्रतिपादन शिवसेना के सचिव और सांसद विनायक राउत (MP Vinayak Raut)  ने यहां किया। शहर के मध्य, पश्चिम और पूर्व विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में ‘शिवसंपर्क’ अभियान के अंतर्गत शिवसेना सचिव और सांसद विनायक राउत ने यहां बैठक ली। पश्चिम विभाग की बैठक वेदांत हॉल में संपन्न हुई। तब शिवसैनिकों को मार्गदर्शन करते हुए यह बात कही। 

    मंच पर शिवसेना नेता चन्द्रकांत खैरे, पूर्व मेयर नंदकुमार घोडेले, विकास जैन, पूर्व डिप्टी मेयर राजेन्द्र जंजाल, विधानसभा संगठक राजू वैद्य, स्मिता घोगरे, सुनीता आउलवार, सुनीता देव, कला ओझा, प्रतिभा जगताप, किरण तुपे, सिध्दांत सिरसाठ, अशोक पटवर्धन, विजय वाघचौरे, कृष्णा पाटिल डोणगांवकर उपस्थित थे। 

    जनता से शिवसेना का अटूट नाता कायम रहेगा

    कार्यक्रम में सांसद राउत ने कहा कि शहर की पेयजल समस्या हल करने के लिए ठाकरे सरकार ने 1,680 करोड़ रुपए की पेयजल आपूर्ति योजना, सड़क, गुंठेवारी, छत्रपति शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा, शिवसेना प्रमुख का स्मारक, ऐसे कई विकास कार्य शुरु किए हैं। शिवसेना का जनता से अटूट नाता कायम रहेगा। शिवसेना का केसरिया घर-घर फैलाए यह अपील भी राउत ने यहां की। उन्होंने औरंगाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना का सांसद न होने को लेकर दु:ख जताया, परंतु यह जोश और उत्साह देखकर यह नाराजगी जल्द दूर होने का विश्वास भी सांसद राउत ने यहां जताया। 

    राउत का बीजेपी पर हमला

    आगामी जिला परिषद, पंचायत समिति चुनाव में शिवसेना केसरिया लहराने का निर्धार कर आज से ही दिन-रात  जनता के बीच रहने की अपील सांसद राउत ने की। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमेशा शिवेसना के पीठ में खंजर घोंपने  का काम किया है। केन्द्रीय मंत्री रावसाहाब दानवे हमेशा झूठी बयानबाजी करने में माहिर है। इसलिए वे महाविकास आघाडी को बदनाम करने खेल खेल रहे हैं। उन्हें इसका हिसाब देना होगा। शिवसेना की उंगली पकड़कर बीजेपी ने अपना वर्चस्व महाराष्ट्र में बनाया। आज बीजेपी ने ही  शिवसेना का विश्वासघात किया है।