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    औरंगाबाद. गत वर्ष मार्च माह में जिस तरह कोरोना महामारी ने पांव पसारे थे, उसी तरह चालू वर्ष के मार्च माह में शहर में फिर एक बार कोरोना (Corona) का कहर बरप रहा है। रविवार को जिले में 1 हजार से अधिक मरीज पाए जाने से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है । वहीं, शनिवार और रविवार को जिले भर में लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown) से करीब 500 करोड़ के लेन-देन पर ब्रेक लग गया है। आए दिन शहर में कोरोना के मरीजों (Corona Patients) की संख्या में तेजी से इजाफा होने से प्रशासन और अधिक दिनों का लॉकडाउन न लगा दे, इसको लेकर व्यापारी चिंतित है।

    प्रशासन ने 4 अप्रैल तक हर शनिवार और रविवार को लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है। वहीं हर दिन आंशिक लॉकडाउन जारी किया है। रात 9 से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू भी जारी है। गत वर्ष 6 माह से अधिक समय तक शहर में लॉकडाउन रहा। व्यापार पूरी तरह बंद होने से करोड़ों रुपए के लेन-देने को ब्रेक लगा था। ऐसे में व्यापारी शहर में फिर से लंबे समय तक का लॉकडाउन नहीं चाहते। यहीं कारण है कि प्रशासन द्वारा शनिवार और  रविवार को घोषित किए गए लॉकडाउन को व्यापारियों ने जोरदार प्रतिसाद देते हुए अपनी दुकानें पूरी तरह बंद रखीं। शहर के प्रमुख व्यापार बाजारों में दो दिन सन्नाटा छाया  था। शनिवार को नागरिकों ने अपने घरों से बाहर निकलना मुनासिब नहीं समझा, परंतु रविवार को शहर के हर सड़क पर लोगों की आवाजाही बड़ी संख्या में जारी थी। रविवार  शाम शहर के प्रमुख व्यापार पेठों में भी वाहनों की आवाजाही जारी थी।

    लॉकडाउन को रद्द करने की मांग

    उधर, व्यापारी महासंघ ने हर शनिवार और रविवार को जारी किए लॉकडाउन को रद्द करने की मांग की है। जिला व्यापारी महासंघ के उपाध्यक्ष विजय जैसवाल ने कहा कि प्रशासन के आदेश पर हमने शनिवार और रविवार को बाजार पूरी तरह से बंद रखा। आगामी दिनों में प्रशासन लॉकडाउन न लगाते हुए हर रात 8 से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू जारी रखें। बाजार पूरी तरह बंद होने से व्यापार पर बड़े पैमाने पर असर होता है।