Chhatrapati Sambhajinagar ROAD
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छत्रपति संभाजीनगर : स्मार्ट सिटी प्रशासन (Smart City Administration) द्वारा कुछ वर्षों पूर्व शहर में शुरु की गई सिटी बस (City Bus) सेवा शहरवासियों की सेवा में निरंतर जारी रहें, इसको लेकर तत्कालीन सीईओ ने 200 करोड़ की राशि बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) की थी। इसमें से 100 करोड़ की राशि शहर के रास्तों के लिए इस्तेमाल करने का निर्णय स्मार्ट सिटी प्रशासन ने लिया है। इस निर्णय पर गुरुवार को संपन्न हुई संचालक मंडल की बैठक में मुहर लगाई गई। स्मार्ट सिटी की मैटॉर विनीता वेद सिंघल ने 100 करोड़ का निधि रास्तों के निर्माण पर खर्च करने के लिए मान्यता दी है। यह जानकारी महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी ने पत्रकारों को दी। 

उन्होंने बताया कि गुरुवार को स्मार्ट सिटी संचालक मंडल की बैठक संपन्न हुई। बैठक में स्मार्ट सिटी की मैटॉर और प्रधान सचिव विनीता वेद सिंघल  ऑनलाइन शामिल हुई। इसके अलावा बैठक में स्मार्ट सिटी कार्यालय से संचालक भास्कर मुंडे, उल्हास गवली, सीईओ डॉ. अभिजीत चौधरी, अतिरिक्त सीईओ अरुण शिंदे सहित कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडेय ऑनलाइन बैठक में उपस्थित थे। चर्चा के दरमियान सीईओ डॉ. चौधरी ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रशासन ने सन 2018-19 में शहर बस चलाने के लिए 200 करोड़ का निधि फिक्स्ड डिपॉजिट किया था। इस फिक्स्ड डिपॉजिट से मिलने वाले ब्याज के सहारे आगामी 10 सालों तक स्मार्ट सिटी बस सेवा निरंतर चलाने का नियोजन था। बैठक में डॉ. चौधरी ने बताया कि स्मार्ट सिटी बस से हर दिन मिल रहे उत्पन्न को भी बैठक में फिक्स्ड डिपॉजिट किया जा रहा है। इसलिए सन 2028-29 तक शहर बस सेवा के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट की हुई 200 करोड़ की राशि में से 100 करोड़ की राशि शहर में रास्तों के काम के लिए इस्तेमाल करने का निर्णय लिया गया था। उसे बैठक में मंजूरी दी गई। साथ ही वालूज और शेन्द्रा एमआईडीसी में दरमियान अखंड ब्रिज और मेट्रो का विस्तृत प्रकल्प रिपोर्ट तैयार करने के लिए स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने महा मेट्रो कॉर्पोरेशन महामंडल को वर्क ऑर्डर दी है। मेट्रो का डीपीआर तैयार करने के लिए लगने वाला खर्च स्मार्ट सिटी द्वारा करने को भी संचालक मंडल की बैठक में मंजूरी दी गई। 

शहर पहुंचकर सिंघल लेगी जारी कामों का जायजा 

जल्द ही स्मार्ट सिटी की मैटॉर विनीता वेद सिंघल छत्रपति संभाजीनगर शहर पहुंचकर स्मार्ट सिटी द्वारा जारी कामों का जायजा लेंग। अंत में सीईओ डॉ. अभिजीत चौधरी ने बताया कि बैठक में कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडेय और उन्हें खुद स्मार्ट सिटी के संचालक के रुप में मान्यता दी गई है।