Those who give provocative speeches in the Parliament of Religions should be booked for sedition: Congress leader Ibrahim Patel

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    औरंगाबाद : भारत देश में सभी जाति धर्म (Caste Religions) के लोग शांति और भाईचारे (Brotherhood) के साथ अपना जीवन गुजार रहे है। विविध सांस्कृतिक और धर्मनिरपेक्षता से फैले  हुए भारत में इन दिनों जाति-धर्म (Caste-Religion) की राजनीति जारी है। आगामी यूपी (UP) और पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) को सामने रखकर भाजपा (BJP) द्वारा धर्म और जाति की  गंदी राजनीति खेली जा रही है।

    उसी के चलते हरिद्वार में हुए धर्मसंसद में कुछ धर्मगुरुओं द्वारा भडकाव बयानबाजी कर देश में अशांति फैलाने का काम किया गया। ऐसे लोगों पर तत्काल देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग कांग्रेस नेता और पार्टी के शहर उपाध्यक्ष इब्राहिम पटेल ने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजकर की।

    धर्म और  जाति की राजनीति का खेल शुरु किया गया 

    राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में बताया गया कि देश के सभी समुदाय के धर्मनिरपेक्ष लोग देश में शांति बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे है। लेकिन, भाजपा द्वारा आगामी पंजाब और यूपी विधानसभा चुनाव को सामने रखकर धर्म और  जाति की राजनीति का खेल शुरु किया गया है। उत्तराखंड के हरिद्वार में साधुसंतों के धर्मसंसद में कुछ धर्मगुरुओं ने भड़काव बयानबाजी कर देश के माहौल को बिगड़ने का प्रयास किया गया।

    रास्ते पर उतरकर कड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा

    भड़काव बयानबाजी करनेवालों की गहराई से जांच कर उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग कांग्रेस नेता इब्राहिम पटेल ने राष्ट्रपति के नाम भेजे ज्ञापन में की। कांग्रेस ने चेताया कि आगामी एक पखवाडे में भड़काव बयानबाजी करने वालों पर कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस पार्टी की ओर से रास्ते पर उतरकर कड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। अंत में पटेल ने आरोप लगाया कि जबसे केंद्र में मोदी सरकार ने सत्ता संभाली हैं, तबसे अल्पसंख्यक समुदाय को टार्गेट करने का काम कटटर हिंदुत्ववादी संगठनाओं द्वारा जारी है। कांग्रेस पार्टी का इसका निषेध करती है।