औरंगाबाद : गत दो साल से कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के चलते सारे कार्यक्रमों के आयोजन पर पाबंदी लगी हुई थी। कोरोना महामारी के खात्मे के बाद गुरुवार को संपन्न होने वाली डॉ. बाबासाहाब आंबेडकर जयंती (Dr. Babasaheb Ambedkar Jayanti) को लेकर शहर में कड़ा पुलिस (Police) बंदोबस्त तैनात किया गया है। जयंती को लेकर 2200 से अधिक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शहर में तैनात रहेंगे। यह जानकारी शहर के पुलिस कमिश्नर डॉ. निखिल गुप्ता (Dr. Nikhil Gupta) ने पत्रकारों को दी।
उन्होंने बताया कि भारतरत्न डॉ. बाबासाहाब आंबेड़कर की 131वीं जयंती के उपलक्ष्य में गुरुवार को शहर में विविध कार्यक्रम, रैली का आयोजन किया गया है। विविध कार्यक्रम और रैली को लेकर शहर की महिलाएं, वृद्ध, बच्चे बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकलेंगे। विशेषकर, आंबेडकर जयंती को लेकर शाम में आयोजित रैली में रथ और झांकिया देखने के लिए लोग सड़कों पर निकलते है। ऐसे में जनता की सुरक्षा के साथ-साथ जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित सभी कार्यक्रम शांति पूर्ण तरीके से संपन्न हो, इसको लेकर औरंगाबाद शहर पुलिस ने बड़े पैमाने पर तैयारी की है। सीपी ने बताया कि वैसे शहर के अलग-अलग इलाकों में 100 से अधिक छोटी बड़ी रैलियां निकाली जाएगी।
रैली पर ड्रोन द्वारा रखीं जाएगी विशेष नजर
सीपी डॉ. गुप्ता ने बताया कि गुरुवार शाम आंबेड़कर जयंती पर शहर में निकाली जाने वाली मुख्य रैली पर पुलिस अधिकारी और कर्मचारी ड्रोन द्वारा विशेष नजर रखेंगे। इसके लिए जिन इलाकों से रैली गुजरेंगी, उन इलाकों के 17 स्थानों पर उंचे टॉवर लगाकर दुर्बिन के माध्यम से पुलिस नागरिकों की सुरक्षा के लिए नजर रखेगी। डॉ. निखिल गुप्ता ने बताया कि आंबेड़कर जयंती को लेकर शहर में 2200 से अधिक पुलिस अधिकारी, कर्मचारी तैनात रहेंगे। इनमें तीन डीसीपी, 5 एसीपी, 21 पीआई, 79 एपीआई और पीएसआई, 1500 पुलिस कर्मचारी, एसआरपी की टुकड़ी एक, 400 होमगार्ड तैनात रहेंगे। कड़े बंदोबस्त के बीच रैली पर सामाजिक उपद्रवियों और अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सीपी डॉ. गुप्ता ने शहरवासियों से अपील की है कि वे आंबेड़कर जयंती उत्साह के साथ पुलिस प्रशासन को सहयोग करें।
डीजे का आवाज मर्यादित रखें
सीपी डॉ. निखिल गुप्ता ने बताया कि हमने सभी मंडलों को विविध इलाकों में निकाली जाने वाली रैलियों में डीजे का आवाज मर्यादित रखने को लेकर सूचनाएं की गई है। बल्कि, सभी मंडल के पदाधिकारियों से इस बारे में चर्चा कर आवाज मर्यादित करने के बारे में विनंती की जा चुकी है। इसके बावजूद भी कोई नियमों का पालन नहीं करेंगा, उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।