Aastik Kumar Pandey
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    औरंगाबाद : शहर में सूरज ने आग उगलना शुरु करते ही हर साल की तरह इस साल भी सिडको-हडको ( CIDCO-HUDCO) परिसर में पेयजल आपूर्ति (Drinking Water Supply) की समस्या (Problem) गंभीर रुप धारण कर रही है। सोमवार (Monday) को भाजपाईयों द्वारा सिडको-हडको की पेयजल समस्या के लिए महानगरपालिका प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय के सरकारी बंगले के सामने आंदोलन करने के बाद महानगरपालिका प्रशासन ने उस परिसर की पेयजल समस्या हल करने के लिए 9 सूत्रीय कार्यक्रम तैयार किया है।

    यह जानकारी महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय ने पत्रकारों को दी। भाजपा द्वारा विधायक अतुल सावे और शहराध्यक्ष संजय केणेकर के नेतृत्व में सिडको-हडको की पेयजल समस्या हल करने के लिए सोमवार को आंदोलन करने के बाद मंगलवार को भाजपा के पूर्व नगरसेवकों और कई पदाधिकारियों ने मंगलवार की दोपहर विधायक अतुल सावे के नेतृत्व में महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय से मुलाकात कर सिडको-हडको में निर्माण हो रही पेयजल समस्या पर चर्चा की।

    इंजीनियर पर सौंपने का निर्णय 

    शहर में जिस तरह 4 दिन गैप देकर पेयजल आपूर्ति की जा रही है, उसी तरह पेयजल आपूर्ति सिडको-हडको परिसर में करने की मांग भाजपाईयों ने की। उसके बाद कमिश्नर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए उस परिसर की पेयजल समस्या हल करने के लिए 9 सूत्रीय कार्यक्रम पर काम करने की जानकारी दी। सालों से डेरा जमाए हुए इंजीनियरों का होगा तबादला कमिश्नर पांडेय ने सिडको-हडको की पेयजल समस्या हल करने के लिए तैयार किए गए 9 सूत्रीय कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासन ने शहर के नक्षत्रवाडी से सिडको एन-5 टंकी तक आनेवाले पानी की विस्तृत जानकारी की जिम्मेदारी एक ही इंजीनियर पर सौंपने का निर्णय लिया है। यह इंजीनियर कितना पानी आ रही है, और कितना वितरित हो रहा है, इस पर नजर रखेंगा। कमिश्नर ने बताया कि इस परिसर में सालों से इंजीनियर डेरा जमाए हुए है। उनके जल्द तबादले किए जाएंगे। कमिश्नर ने बताया कि सिडको एन-5 टंकी से वितिरत होने वाले पेयजल को लेकर लाइन मैन ने डायरी सिस्टम मेंटन करनी चाहिए। पहली डायरी रखी जाती थी।

    बंद पड़े मीटरों की मरम्मत

    इंजीनियर और कार्यकारी अभियंताओं के अनदेखी से डायरी मेंटन नहीं हो पाई। मैंने पेयजल आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को सख्त रुप से डायरी मेंटन करने के आदेश दिए है। सिडको एन-5 टंकी पर लगेंगे सीसीटीवी महानगरपालिका प्रशासक पांडेय ने बताया कि सिडको-हडको की पेयजल समस्या का निराकरण करने के लिए एन-5 की टंकी से वितरित होने वाले पानी की सारी जानकारी रखने के लिए जल्द वहां सीसीटीवी लगाए जाएंगे। सीसीटीवी लगाने से कौन सा टैंकर धारक कब पानी भर रहा है, इसकी विस्तृत जानकारी प्रशासन के पास रहेगी। साथ ही बंद पड़े मीटरों की मरम्मत की जाएगी।

    प्रशासन नागरिकों को हर दिन पेयजल आपूर्ति करने में नाकाम

    वहीं, एन-5 की टंकी से पेयजल आपूर्ति करने वाले टैंंकरों पर जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा। इसके अलावा टैंकरों से सिडको-हडको वासियों को कितनी पेयजल आपूर्ति हो रही है, और पाइप लाइन से कितनी आपूर्ति जारी है, इसका डाटा जमा करने के लिए मीटर लगाए जाएंगे। नक्षत्रवाडी से सिडको एन-5 की टंकी तक आने वाली मेन पाइप लाइन पर पूर्व सैनिक का विशेष दस्ता नजर रखेगा। ताकि पानी की चोरी पर लगाम लगाए जा सके। एक सवाल के जवाब में कमिश्नर ने बताया कि शहर को हर दिन 230 पानी एमएलडी की जरुरत है। लेकिन, शहर को पेयजल आपूर्ति करने वाली दो पाइप लाइन काफी पुरानी होने से हर दिन 100 एमएलडी पानी का जल अवशोषण जायकवाडी बांध से हो रहा है। जिससे प्रशासन नागरिकों को हर दिन पेयजल आपूर्ति करने में नाकाम है।

    पखवाड़े में इसका असर दिखाई देगा

    जनसंख्या बढ़ने से हो रही पेयजल आपूर्ति में समस्या निर्माण कमिश्नर आस्तिक पांडेय के अनुसार आए दिन सिडको-हडको परिसर में जनसंख्या में इजाफा होने से एक्सप्रेस लाइन पर अधिक बोझ बढ़कर पेयजल आपूर्ति में समस्या निर्माण हो रही है। पहले सिडको-हडको परिसर में एक दो मंजिल के इमारते थे, अब वहां तीन से चार मंजिल इमारतों का निर्माण हुआ है। बड़े पैमाने पर लोग किराए से इस परिसर में रहने लगे। जिससे पानी की डिमांड बढ़कर उक्त परिसर में पेयजल समस्या निर्माण हो रही है। अंत में पांडेय ने बताया कि महानगरपालिका द्वारा तैयार किए गए 9 सूत्रीय कार्यक्रम को अमलीजामा पहनाना शुरु किया गया है। आगामी एक पखवाड़े में इसका असर दिखाई देगा।