Bribery
रिश्वतखोरी

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छत्रपति संभाजीनगर: राजस्व विभाग के छत्रपति संभाजीनगर महानगरपालिका (Chhatrapati Sambhajinagar Municipal Corporation) में कार्यरत विशेष घटक, नगर रचना और मूल्य निर्धारण विभाग का क्लास-2 नगर रचना सहायक अधिकारी 50 हजार रुपए की रिश्वत (Bribe) लेते हुए एसीबी (ACB) के जाल में फंस गया। पकड़े गए रिश्वत खोर नगर रचना सहायक अधिकारी की पहचान विनोद मोरीताम पंडित के रुप में की गई।

एसीबी के पुलिस अधीक्षक संदिप आटोले ने बताया कि शिकायतकर्ता की पिता के नाम की जमीन सड़क चौड़ीकरण में महानगरपालिका के अतिक्रमण विभाग ने कब्जे में ली थी। इसको लेकर शिकायतकर्ता ने मुंबई उच्च न्यायालय के औरंगाबाद खंडपीठ में याचिका दायर की थी। इस याचिका पर औरंगाबाद हाईकोर्ट ने शिकायत कर्ता के फेवर में परिणाम देकर जमीन का तत्काल मुआवजा देने के आदेश महानगरपालिका प्रशासन को दिया था। 

दो लाख रुपए की रिश्वत मांगी, पहली किस्त लेते हुए हुआ अरेस्ट

हाईकोर्ट के आदेश के बाद राजस्व विभाग के महानगरपालिका में कार्यरत विशेष भूसंपादन कार्यालय के नगर  रचना सहायक विनोद पंडित के पास इस मामले की फाइल पहुंचने पर उसने महानगरपालिका से जल्द मुआवजा दिलाने के लिए दो लाख रुपए की रिश्वत मांगी। फिर्यादी की रिश्वत देने की इच्छा न होने से उसने एसीबी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की। इधर, फिर्यादी ने दो लाख में 50 हजार की पहली किश्त ली, तभी पहले से जाल बिछाए एसीबी के अधिकारियों ने उसे रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों के एसपी संदिप आटोले, अपर पुलिस अधीक्षक विशाल खांबे, उपाधीक्षक मारुति पंडित के मार्गदर्शन में पीआई नंदकिशोर क्षीरसागर, हेड कांस्टेबल अशोक नागरगोजे, रवीन्द्र काले, विलास चव्हाण, कपिल गाडेकर, चन्द्रकांत शिंदे ने पूरी की।