BJP MP DR. BHAGWAT KARAD

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    औरंगाबाद : शिवसेना (Shivsena) ने सालों तक जिले की जनता को औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर (Sambhajinagar) करने को लेकर भावनाओं में बहाकर रखा। जब महाराष्ट्र (Maharashtra) से अपनी सत्ता जाता देख अंतिम मंत्रिमंडल की बैठक में औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने का प्रस्ताव पारित किया गया। इस निर्णय का मैं स्वागत करता हूं। परंतु, ठाकरे सरकार (Thackeray Government) को यह निर्णय लेने में शिवसेना और उनके पार्टी प्रमुख की बुध्दि देर से सुझी। इस तरह का तंज केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड (Union Minister of State for Finance Dr. Bhagwat Karad) ने आयोजित प्रेस वार्ता में कसा। 

    चंद्रकांत खैरे सालों से औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर रखने की मांग कर रहे थे 

    उन्होंने कहा कि अपने दल के 39 विधायक बगावत करने के बाद शिवसेना को तब यह एहसास हुआ कि अपनी सरकार नहीं बचेगी, तब उन्होंने आनन फानन में देर से ही सहीं औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने का प्रस्ताव पारित किया। डॉ. कराड ने कहा कि शिवसेना के स्थानीय नेता चन्द्रकांत खैरे तो सालों से औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने का ढिंढोरा पीट रहे थे। इसमें उन्होंने लंबा समय गुजारा। परंतु, अभी सिर्फ प्रस्ताव पारित हुआ है। राज्य के नए सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस उस निर्णय की लिगिलिटी की जांच कर केंद्र सरकार को भेजेंगे। डॉ. कराड ने विश्वास जताया कि केंद्र के पास यह प्रस्ताव पहुंचने के बाद वह पारित होकर औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर होगा। उन्होंने सिर्फ प्रस्ताव पारित होने के बाद शहर में औरंगाबाद नहीं संभाजीनगर के लगे बैनरों की खिल्ली उड़ाई।

    वैधानिक विकास मंडल को बड़े पैमाने पर निधि उपलब्ध करायेंगे

    उन्होंने तत्कालीन ठाकरे सरकार द्वारा मराठवाड़ा वैधानिक विकास मंडल की मियाद बढ़ाने के पारित किए प्रस्ताव पर भी आश्चर्य जताते हुए बताया कि मैं इस मंडल का डेढ़ से दो साल अध्यक्ष था। बीते ढाई साल में मैंने राज्य के तत्कालीन सीएम उध्दव ठाकरे को कई बार मराठवाड़ा वैधानिक विकास मंडल की मियाद बढ़ाने की मांग की थी। परंतु, तब उनके कांन पर जूं नहीं रेंगी। जब सत्ता जाने का तय हुआ, तब उन्होंने जाते-जाते इस मंडल की मियाद भी बढ़ायी। इस पर भी डॉ. कराड ने राज्य की तत्कालीन ठाकरे सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने इस निर्णय पर भी विश्वास जताते हुए कहा कि नए सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मराठवाड़ा वैधानिक विकास मंडल को बड़े पैमाने पर निधि उपलब्ध करायेंगे। जिससे मराठवाड़ा में खेती/ शिक्षा, स्वास्थ्य/पानी आदि मुददो पर अभ्यास होकर परिसर इस क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने शहर की पेयजल समस्या को भी जल्द हल करने का आश्वासन देते हुए बताया कि बीजेपी के स्थानीय नेता बार-बार शहर की पेयजल आपूर्ति की समस्याएं हल करने के लिए जल्द से जल्द जमीन एक् वायर कर पाइप डालने की मांग कर रहे थे। उसके लिए राज्य सरकार को केंद्र में रकम भरना चाहिए था। इसके लिए भी राज्य सरकार ने अनदेखी की। उधर, जायकवाडी बांध में जैकवैल लगाने के लिए उसे केंद्र सरकार की परमिशन की जरुरत है। उसका प्रस्ताव भेजने में राज्य की तत्कालीन ठाकरे सरकार ने ढाई साल गुजारने का आरोप डॉ. कराड ने लगाया। अंत में उन्होंने बताया कि वे शहर की पेयजल समस्या हल करने के लिए महानगरपालिका और महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ समय-समय पर बैठक कर नई पेयजल योजना को पूरा करने के लिए तय तीन साल की मियाद में नई पाइप लाइन बिछाकर शहर की पेयजल समस्या हल करने का प्रयास करेंगे। प्रेस वार्ता में बीजेपी शहर अध्यक्ष संजय केणेकर, पूर्व मेयर बापू घडामोडे, पूर्व डिप्टी मेयर राजू शिंदे, समीर राजूरकर आदि उपस्थित थे।