विक्रम काले का दावा चौथी बार जीतूंगा मैं, 16 साल से शिक्षकों के लिए कर रहा हूं संघर्ष

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    औरंगाबाद : शिक्षकों (Teachers), प्राध्यापकों (Professors) के हित, प्रगति और रियायतों के लिए लगातार 16 साल तक विधान परिषद (Legislative Council) में आवाज उठाई। सत्ता में कोई भी हो, शिक्षकों के सवालों पर सरकार को घेरा। शिक्षकों और कर्मचारियों (Employees) के हितों की लड़ाई लड़कर सरकार (Government) ने पिछले कार्यकाल में 60 से अधिक अहम फैसले लिए। इस कार्य के बल पर शिक्षक मतदाता मेरे पीछे हैं और उनके विश्वास के कारण मुझे आशा है कि मैं मेरे जीत तय है। यह विश्वास औरंगाबाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र (Aurangabad Teachers Constituency) के चुनाव में महाविकास आघाड़ी (Mahavikas Aghadi) के उम्मीदवार और विधायक विक्रम काले (MLA Vikram Kale) ने सोमवार शाम आयोजित प्रेस वार्ता में जताया। 

    चुनाव के सिलसिले में उन्होंने औरंगाबाद के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों का दौरा किया और शिक्षकों से बातचीत की। वे बाद में आयोजित पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे। विधायक काले ने बताया कि प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय और कक्षाओं का कायम शब्द निकालना, स्कूल अनुदान के लिए प्रचलित नीति लागू करना, कोरोना काल में किसी भी शिक्षकों का वेतन कटौती न करने के लिए सरकार पर दबाव बनाकर पूरा वेतन देने के लिए सरकार को बाध्य करना, स्कूल का गैर भुगतान अनुदान दुबारा शुरु कराकर लेना, कोरेाना में शामिल स्वास्थ्य बिल के 28 बीमारियों के सूची में शामिल करना, 200 उर्दू स्कूलों को बिना अनुदान तत्व पर मान्यता देने के लिए पहल करना, कनिष्ठ महाविद्यालयीन शिक्षकोंं के 42 दिन की हड़ताल समयावधि में छुट्टी समयावधि के रुप में ग्राह्य करने का निर्णय लेना, सन 1992 से 2000 के प्राध्यापकों को नए के बजाए पुरानी पेंशन योजना लागू कराकर लेना, गैर सरकारी 288 केंद्रीय आश्रम स्कूलों को अनुदान देने के अलावा शिक्षकों के प्रलंबित प्रशनों पर आवाज उठाकर सरकार को निर्णय लेने के लिए बाध्य किया।  शिक्षकां को पुरानी पेंशन मिलते नहीं हैं, इसलिए खुद को मिलने वाली पेंशन नकारने का निर्णय लिया। शिक्षकों के भलाई के लिए उनके कार्य निरंतर जारी रहे, इसलिए विक्रम काले ने उन्हें प्रथम पंसद का वोट देने की अपील की। 

    महाविकास अघाड़ी के साथ शिक्षक-प्राध्यापक

    मराठवाड़ा के दोनों विश्वविद्यालयों में आम सभा के चुनाव हुए। इस चुनाव में बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत दांव पर लगा दी थी। उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री औरंगाबाद में बैठे थे। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय और नांदेड़ के स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। उक्त चुनाव में शिक्षकों ने दिखाया है कि वे महाविकास अघाड़ी के साथ हैं। इसलिए दावा किया जा रहा है कि औरंगाबाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में शिक्षक महाविकास अघाड़ी के साथ हैं। यह विश्वास विक्रम काले ने जताया।