Aurangabad Municipal Corporation keeps a close watch on 33 people from Britain

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    औरंगाबाद : औरंगाबाद महानगरपालिका (AMC) के तत्कालीन कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय (Astik Kumar Pandey) ने 1 अगस्त 2022 को जब कमिश्नर का पदभार छोड़ा था, तब महानगरपालिका के नगर सचिव विभाग ने यह साफ किया गया था कि उनके कार्यकाल के समापन तक 498 क्रमांक तक के प्रस्ताव पारित किए गए। पांडेय के पदभार छोड़ने के तीन सप्ताह बाद उनके कार्यकाल में पारित हुए प्रस्तावों में और नए 7 प्रस्ताव पारित (Resolution Passed) होने की जानकारी सामने आयी है। पांडेय के पदभार छोड़ने के तीन सप्ताह बाद अचानक 7 प्रस्ताव पारित होने की जानकारी सामने आने को लेकर आश्चर्य जताया जा रहा है। बल्कि, इन प्रस्तावों को पारित करने के लिए महानगरपालिका के कुछ अधिकारी नए महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी (Municipal Commissioner Dr. Abhijit Chaudhary) को अंधेरे में रखकर आज भी अपने जेब भरने वाले प्रस्ताव पुरानी तारीख में पारित कराने का शक उभर कर सामने आ रहा है। 

    40 दिनों के पदभार में 155 प्रस्ताव पारित किए

    महानगरपालिका के तत्कालीन कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडे ने शहर के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए। परंतु, जब वे महानगरपालिका से विदा हो रहे थे, उससे पूर्व उन्होंने सैकडों प्रस्ताव पारित किए। उन्होंने उनके कार्यकाल में 22 जून 2022 तक 350 प्रस्ताव पारित किए थे। परंतु, उसके बाद अपने करीब 40 दिनों के पदभार में 155 प्रस्ताव पारित किए। पदभार छोड़ते समय नगर सचिव विभाग ने 498 क्रमांक का अंतिम प्रस्ताव पारित होने का नगर सचिव विभाग ने दिया था। परंतु, पांडेय के पदभार छोड़ने के तीन सप्ताह बाद प्रशासन द्वारा और 7 प्रस्ताव पारित होने की जानकारी सामने लायी है। 

    प्रस्तावों के आंकड़ों 505 तक पहुंची 

    महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने 1 अगस्त 2022 को अपना पदभार नए कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी को सौंपा था। पांडे के पदभार छोड़ने के बाद पत्रकारों ने नगर सचिव विभाग कार्यालय से संपर्क कर पांडे द्वारा पारित किए गए प्रस्तावों के आंकडों की जानकारी मांगने पर 498 क्रमांक तक के प्रस्ताव पारित होने जानकारी दी गई थी। परंतु, पांडेय के पदभार छोड़ने के तीन सप्ताह बाद यानी 23 अगस्त 2022 को अचानक यह बात सामने आए कि इन प्रस्तावों में और 7 प्रस्तावों का इजाफा होकर अब प्रस्तावों आंकड़ों की संख्या 505 पर जा पहुंची है। अचानक 7 प्रस्तावों के इजाफे पर उपायुक्त अपर्णा थेटे से संपर्क करने पर उन्होंने माना कि 505 क्रमांक तक के प्रस्ताव तत्कालीन कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय के हस्ताक्षर से पारित हुए। जब पत्रकारों ने नगर सचिव कार्यालय पहुंचकर वहां कार्यरत कर्मचारी से अंतिम पारित 505 प्रस्ताव की कॉपी मांगी, तब वहां उन प्रस्तावों की कॉपी उपलब्ध नहीं थी। इधर, अंतिम पारित 7 प्रस्तावों की कॉपी पाने के लिए उपायुक्त अपर्णा थेटेे से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि 505 तक तत्कालीन कमिश्नर पांडेय द्वारा प्रस्ताव पारित किए गए थे। 

    पत्रकारों को नगर सचिव कार्यालय में 503 क्रमांक के प्रस्ताव की कॉपी मिली। अचानक 7 प्रस्तावों की  संख्या बढ़ाने पर महानगरपालिका के तत्कालीन कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय द्वारा नए कमिश्नर को पदभार देने के कुछ दिनों बाद भी पुराने तारीख में प्रस्ताव पारित होने का सिलसिला जारी होने का शक उभर कर सामने आ रहा है। इस मामले को महानगरपालिका के नए कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी ने गंभिरता से लेकर प्रस्ताव पारित करने को लेकर कुछ अधिकारियों पर नजर रखनी चाहिए। वरना, आए दिन पुराने तारीख में प्रस्ताव पारित होने की जानकारी सामने आती जाएगी, और कुछ अधिकारी नए कमिश्नर को अंधेरे में रखकर अपने जेब गर्म करते रहेंगे।