Woman-20 Council कल से औरंगाबाद में आयोजित, महिलाओं के इन मुद्दों पर होगी चर्चा

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औरंगाबाद : ऐतिहासिक औरंगाबाद शहर (Aurangabad City) में सोमवार से दो दिवसीय जी-20 (G-20) शिखर परिषद के उपलक्ष्य में वुमन-20 परिषद (Woman-20 Council) का आयोजन किया गया है। परिषद के लिए देश-विदेश से 300 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। परिषद शहर के रामा इंटरनेशनल पंचसीतारा होटल में संपन्न होगी। परिषद में महिला के आर्थिक सशक्तिकरण के अलावा अन्य 4 महत्वपूर्ण मुद्दों (Issues) पर विस्तृत चर्चा कर उस पर निर्णय लिए जाएंगे। उन निर्णयों के आधार पर उस पर एक रिपोर्ट जुन में तैयार की जाएगी। रिपोर्ट को जुलाई-अगस्त महीने में प्रसिद्ध कर उसमें आए सुझाव के आधार पर महिलाओं के लिए विश्व स्तर की पॉलिसी तय की जाएगी। यह जानकारी जी-20 शिखर परिषद के वुमन-20 परिषद की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा और मुख्य समन्वयक धारित्री पटनायक ने आयोजित प्रेस वार्ता में दी। 

उन्होंने बताया कि जी-20 विश्व के 19 देशों को विकसित और विकसनशील देशों का राष्ट्र गुट है। जी-20 की स्थापना 1997 में विश्व में आए आर्थिक संकट का हल निकालने के लिए जर्मनी के बर्लिन में की गई थी। उसके बाद 2008 में जी-20 में शामिल राष्ट्रों के प्रमुख वॉशिग्टन में एकत्रित हुए। उसके बाद आर्थिक स्थिति चर्चा पर हुई। डॉ. पुरेचा ने बताया कि विश्व की कुल आबादी में से 60 प्रतिशत जनता जी-20 राष्ट्रों में रहती है। विश्व की कुल जीडीपी में से 85 प्रतिशत जीडीपी जी-20 के 19 देशों से जाती है। विश्व का कुल व्यापार में से 75 प्रतिशत से अधिक व्यापार जी-20 राष्ट्रों में होता है। इसलिए जी-20 शिखर परिषद का आयोजन होना काफी महत्वपूर्ण है। इस साल जी-20 शिखर परिषद का अध्यक्ष पद भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मिला है। वसुंधेय कुटुंब इस    बिद्र वाक्य पर परिषद संपन्न हो रही है। वुमन-20 परिषद के लिए 20 राष्ट्रों के प्रतिनिधि शामिल हुए है। 

विश्व भर से पहुंची औरंगाबाद में महिलाएं, ऐतिहासिक शहर को गौरवान्वित कर रही है

वुमन-20 परिषद की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा ने बताया कि वुमन-20 परिषद के लिए विश्व के 20 राष्ट्रों से महिलाएं औरंगाबाद पहुंची है। यह ऐतिहासिक औरंगाबाद शहर के लिए काफी गौरवान्वित करने वाली है। नारी यह निरमात्री है, निर्माण करना, रक्षना करना, संस्कार देना इन सभी की मूल नारी है। इसी के आधार पर बिद्र वाक्य तैयार किया गया है। वुमन-20 परिषद के लिए दो ग्रुप कार्यान्वित है, जिसमें एक मेन और दूसरा एंगेजमेंट ग्रुप शामिल है। इस ग्रुप में जी-20 राष्ट्र के हर सदस्य गैर सरकारी है। इसमें सरकारी अधिकारी शामिल नहीं होते है। परिषद में गैर सरकारी सदस्य अपनी सिफारिशें जी-20 नेताओं को प्रस्तुत करते है। उस सिफारिश के आधार पर पॉलिसी अथवा नीतियां विश्व स्तर पर तय की जाती है। 

वुमन-20 में होगी 5 महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा 

डॉ. संध्या पूरेचा ने बताया कि वुमन 20 परिषद के लिए 5 महत्वपूर्ण मुद्दे तय किए गए है। जिसमें महिला सक्षमीकरण, जलवायु लचीलापन उससे होने वाले बदलाव में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका कैसी निभायेंगी, तालागला के महिलाओं  के लिए सक्षम परिस्थिति प्रणाली कैसे तैयार की जा सकेंगी उस पर लक्ष्य केन्द्रीत करना, मूलभूत सुविधाएं और कौशल्य यानी डिजीटल विभाजन उसके लिए शिक्षा और स्कील डेवलपमेंट के लिए महिलाओं के लिए मार्ग तैयार करना और भारत की महिलाओं के नेतृत्व में हमारा विकास हो इस पर विस्तृत रुप से चर्चा की जाएगी। 

देश में महिला आर्थिक सक्षमीकरण पर जोर देने की जरूरत

एक सवाल के जवाब में डॉ. संध्या पुरेचा ने बताया कि जी-20 परिषद को लेकर मैंने देश के 10 राज्यों का दौरा किया। इसमें प्रमुख रुप से महिलाओं को आर्थिक सक्षमीकरण पर अधिक जोर देने बात सामने आयी है। अपने देश में महिलाएं बड़ी संख्या में अपने घर से बाहर निकल रही है। ऐसे में महिलाओं को लेकर गल्ली की समस्याएं दिल्ली तक पहुंचाने पर जोर दिया जा रहा है। परिषद के दरमियान महिलाओं के उन्नति के लिए कई सुझाव आ रहे है। डॉ. पुरेचा ने उनमें से कुछ महत्वपूर्ण सुझावों पर बताया कि महिला के नाम पर बैंक में अगर फिक्स डिपॉजीट रकम रखी गई तो ब्याज 1 प्रतिशत अधिक दिया जाए।  महिला के नाम संपत्ति हो तो करों की राशि में अधिक छुट दी जाए, महिलाओं ने उन्हें न मिलनेवाले प्रमोशन पर भी अपना दु:ख रोया। विशेषकर, स्कील डेवलपमेंट और नए शिक्षा नीति में लड़कियों को ज्युडो कराटे, मिलिट्री ट्रेनिंग देने की मांग सामने आयी। महिलाओं के नेतृत्व में महिलाओं का विकास कैसा हो, इस पर औरंगाबाद में सोमवार से आयोजित दो दिवसीय जी-20 शिखर परिषद के वुमन-20 परिषद में विस्तृत चर्चा होने की जानकारी डॉ. संध्या पुरेचा और मुख्य समन्वयक धारित्री पटनायक ने दी। उधर, परिषद के लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति इराणी के अलावा केंद्र विभाग के कई आला अधिकारी परिषद में उपस्थित रहेंगे।