औरंगाबाद : पूर्व विवाद को लेकर रविवार की देर रात एक युवक की गला दबाकर हत्या करने का मामला शहर के सिडको थाना (CIDCO Police Station) के मिसरवाडी क्षेत्र में सामने आया है। पुलिस ने हत्या के मामले (Murder Case) में शामिल चार युवकों को गिरफ्तार (Arrested) कर उनके खिलाफ हत्या ) का मामला दर्ज किया है। शहर में आए दिन गंभीर अपराधों की संख्या में इजाफा होने से औरंगाबाद वासी चिंतित है।
सिडको थाना के पुलिस निरीक्षक संभाजी पवार ने बताया कि रविवार की रात करीब 9 बजे मृतक सलीम मुस्तफा शहा अपने घर के सामने बैठा हुआ था। तभी पूर्व विवाद को लेकर आरोपी सुनील पारसे, मनोज पारधे, सागर पारधे, प्रभुदास पारधे निवासी मिसरवाडी ने मिलकर सलीम शहा को गालीगलौज शुरु की। गालीगलौज के बाद विवाद बढ़ा। इसी विवाद में उन चारों अभियुक्तों ने मृतक सलीम शहा को निकट के संघर्ष चौक खिंचते हुए ले गए। वहां उन्होंने ने सलीम शहा पिटना शुरु किया। पिटाई में अभियुक्तों ने सलीम शहा के पेट में लातों और हाथों से खूब पीटा। उसके बाद प्रमुख आरोपी सुनील पारसे ने सलीम के गला दबाया। जिससे वह गंभीर रुप से घायल हुआ था। घटना के बाद परिसर के लोगों ने तत्काल सलीम शहा को एमजीएम अस्पताल पहुंचाया।
जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। इस घटना के बाद देर रात मिसरवाडी परिसर में तनाव पैदा हुआ था। इधर, घटना की जानकारी सिडको पुलिस को मिलते ही पीआई संभाजी पवार और उनकी टीम घटनास्थल पहुंची। पुलिस ने तत्काल हरकत में आते हुए सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस मामले में मृतक के भाई नाजीम मुस्तफा शहा ने सिडको थाना में दी शिकायत पर पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत अपराध दर्ज किया है। आगे की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक वायदंडे कर रहे है।
नशे के बढ़ते अवैध कारोबार से गंभीर अपराधों की संख्या में इजाफा
पुलिस प्रशासन के लाख कोशिशों के बावजूद शहर में नशे का अवैध कारोबार अपने चरम पर है। शहर के कुछ पुलिस थाना क्षेत्रों में नशे का अवैध कारोबार जारी रहने से युवक बड़ी संख्या में नशा के शिकार होकर गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे है। शहर के पुलिस कमिश्नर डॉ. निखिल गुप्ता नशे के कारोबार पर रोक लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे है। लेकिन, निचले अधिकारियों से उन्हें उतना साथ न मिलने से शहर में नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है। नशे का शिकार होकर युवक चैन स्नैचिंग, जानलेवा हमला करना, जान से मारना, लूटमार करना, चोरियां करना जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे है। समय रहते पुलिस प्रशासन ने नशे के अवैध कारोबार पर रोक नहीं लगाई तो शहर में गंभीर अपराधों का ग्राफ और अधिक बढ़ने के आसार है।