नरभक्षी बाघ से शिकार किसान के परिजनों को 10 लाख की मदद, वन विभाग के तहत दी गई मदद

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    लाखांदूर. सुबह के दौरान अन्य एक साथीदार के साथ मालिकी खेत की फसलें देखने गए किसान पर नरभक्षी बाघ ने हमला कर शिकार की थी. इस घटना में स्थानीय लाखांदूर वन विभाग ने तुरंत पहल कर सरकार से मृतक किसान के परिजनों को कुल 10 लाख रुपयों की तत्काल मदद की है.

    खेत पर किया था हमला 

    विगत 30 सितंबर को तहसील के कन्हालगाव निवासी तेजराम बकाराम कार (45) नामक किसान स्थानीय मनोज प्रधान (30) नामक युवक के साथ सुबह के दौरान मालिकी खेत पर धान फसल देखने गया था. हालांकि खेत में बुआई किए धान फसलों की स्थिति देखने के बाद किसान तेजराम खेत परिसर के एक पेड़ से बकरियों के लिए चारा तोड़ने गया था. इस दौरान जंगल के झाड़ियों में छिपे नरभक्षी बाघ ने अचानक किसान पर हमला बोल दिया. बाघ ने किसान का शव लगभग डेढ़ किमी दूरी पर खींचते हुए ले जाकर किसान की शिकार की.

    उक्त घटना के प्रत्यक्ष दर्शी अन्य युवक मनोज प्रधान ने घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों सहित वनविभाग इवान पुलिस को दी. इस अनुसार स्थानीय लाखांदूर के वन परिक्षेत्र अधिकारी रूपेश गावित व थानेदार रमाकांत कोकाटे के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में वन इवान पुलिस कर्मियों ने घटनास्थल पहुंचकर पंचनामा कर शव पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया था. इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने सरकार से मृतक किसान के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता व नरभक्षी बाघ के बंदोबस्त की मांग की गई थी. 

    मृत किसान के परिजनों को 10 लाख की मदद 

    नरभक्षी बाघ सीटी -1 के हमले में अब तक का 13वां शिकार हुए तेजराम कार नामक किसान के परिजनों को तत्काल मदद की मांग ग्रामीणों ने की थी. उक्त मांग की दखल लेकर जिला उपवन संरक्षक राहुल गवई, सहायक वन संरक्षक राठौड़, लाखांदूर के वन परिक्षेत्र अधिकारी रूपेश गावित के पहल में सरकार से मृत किसान के परिजनों को 9.80 लाख रुपयों का धनादेश एवं नकद 20 हजार मिलाकर कुल 10 लाख रुपयों की तत्काल सहायता की गई. इस दौरान जिप. सदस्य प्रियंक बोरकर, युकां के तहसील अध्यक्ष प्रकाश देशमुख सहित मृत किसान के परिजन, वन कर्मी अधिकारी व ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे.