File Photo
File Photo

    Loading

    भंडारा. राज्य परिवहन निगम को सरकार में विलीन करने की मांग को लेकर एसटी कर्मचारियों की गत पांच माह से हडताल जारी है. इससे यात्रियों, कर्मचारियों व विदयार्थियों को परेशानी का सामना करना पड रहा है. इस हडताल ने पेचिदा रूप धारण कर लिया है. 

    इस बीच शासन ने अल्टीमेटम देते हुए एसटी कर्मचारियों को 31 मार्च तक काम पर लौटने का आह्वान किया था. अबतक एसटी विभाग के कुल 981 कर्मचारियों में से 53 कर्मचारी हडताल छोडकर काम पर लौटे है. जबकि अभी भी 928 कर्मचारी हडताल पर डटे हुए है. 

    गत पांच माह से एसटी परिवहन निगम की हडताल शुरू है. हडताल के कारण यात्रियों को कई तरह की परेशानी हो रही है. कर्मचारी वर्ग तथा विदयार्थियों को परेशानी हो रही है. इस बीच शासन ने 25 मार्च को एसटी कर्मचारियों को 31 मार्च तक काम पर लौटने का आह्वान किया था. इसके बाद अबतक कुल 53 कर्मचारियों ने हडताल छोडकर वापस काम पर लौटने का निर्णय लिया है. 

    भंडारा विभाग में कुल 981 कर्मचारियों में से अब तक 928 कर्मचारी अभी भी विलीनीकरण की मांग को लेकर हडताल कर रहे है. काम पर लौटने वाले कर्मचारियों में भंडारा विभाग के 6 डिपो के चालक, वाहक तथा तकनीकी कर्मचारियों का समावेश है. 

    अब शासन ने चालक, वाहक तथा तकनीकी कर्मचारियों को अस्थायी रूप से नियुक्त करने का निर्णय लिया है. ऐसे में कर्मचारियों की भुमिका उनके लिए नुकसानदेह साबित होती दिख रही है. 

    फिर 50 अस्थायी कर्मचारियों की होगी नियुक्ति 

    भंडारा विभाग के 6 डिपो से बस सेवा शुरू करने के लिए एसटी विभाग ने कुल 100 अस्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति की है. अभी एसटी विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र में एसटी की सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है. इसके लिए 50 नए अस्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी. नियुक्ति करने की अनुमति विभागीय कार्यालय को मिल चुकी है. आनेवाले दिनों में ग्रामीण क्षेत्र में भी एसटी बस दिखायी देगी. 

    500 फेरियां होगी शुरू- वडस्कर  

    भंडारा विभागीय नियंत्रक परिवहन निगम के चंद्रकांत वडस्कर ने बताया कि शासन की अपील के पश्चात 53 कर्मचारी काम पर लौट चुके है. इनमें 9 चालक, 31 वाहक, 4 चालक कम वाहक तथा 9 तकनीकी कर्मचारियों का समावेश है. भंडारा विभाग से वर्तमान में एसटी की 500 फेरी शुरू होकर इसमें ओर वृद्धि की जाएगी.