साकोली. खरीफ सीजन में अतिवृष्टि ने जिले में हाहाकार मचाया था. इसके बाद किसानों ने रबी सीजन से अच्छी उत्पादन की आंस लगाई थी. ऐसे में मौसम विभाग ने विदर्भ समेत जिले में एवं तहसील आगामी 2 दिनों में बारिश की संभावना जताने से जिले पर फिर से बेमौसम बारिश का संकट मंडराने लगा है. बीते 2 से 3 दिनों से तहसील में बदरीला मौसम कायम होने से रबी सीजन को झटका लगने का खतरा बढ़ गया है. बारिश की संभावना को देखते हुए किसान भयभीत हुए हैं.
खरीफ में हुआ था नुकसान
जिले में जुलाई से सितंबर के दौरान हुए अतिवृष्टि के कारण खरीफ सीजन में व्यापक नुकसान का मंजर था. खासकर जिले के दक्षिण छोर पर होने वाले साकोली उपविभाग के साकोली,लाखनी,लाखांदुर इन तहसीलों को अतिवृष्टि का भारी झटका लगा था. यह सब भुलाकर तहसील के किसानों ने नई उम्मीद के साथ रबी फसलों की बुआई की. अब तक तहसील में बुआई का कार्य शुरू है. लेकिन कई जगह फसलों पर बहार देखने को मिल रही है. ऐसे में मौसम विभाग ने विदर्भ समेत जिले में बिजली की कड़कड़ाहट के साथ कुछ जगह हल्के व मध्यम स्वरूप की बारिश होने की संभावना जताई है. बीते कुछ दिनों से बेमौसम बारिश के बादल आसमान में छाने से पहले ही संकटों में फंसे किसानों की चिंता ओर बढ़ गई है.
तुअर व लाखोरी का हो सकता है नुकसान
जिले में इस वर्ष 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र पर रबी फसल बुआई का नियोजन किया था. आधे से अधिक फसलों की बुआई पूरी हुई है. तहसील में चना, लाखोरी, मूंगफल्ली, मक्का, ज्वारी इन फसलों के साथ तेलवर्गीय फसलों के बुआई का प्रमाण अधिक है. फिलहाल खेत पर तुअर व लाखोरी फसलों पर अच्छी बहार आई है. ऐसे में तहसील में आसमान में बादल छाने लगे हैं. वहीं मौसम विभाग ने भी हल्के व मध्यम स्वरूप के बारिश की संभावना जताई है. जिस कारण तुअर, लाखोरी इन फसलों को नुकसान होने की संभावना है.
तापमान में गिरावट
बंगाल के उपसागर से उठने वाले तूफान के चलते आगामी कुछ दिन महाराष्ट्र के विदर्भ समेत जिले में हल्के व मध्यम स्वरूप के बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. ऐसे में बीते 2 से 3 दिनों से बदरीले मौसम से तापमान में व्यापक गिरावट हुई है. शनिवार को अधिकतम तापमान 28.6 डिसे. एवं न्यूनतम तापमान 13.4 डिसे. दर्ज किया गया है. ऐसे में मौसम विभाग ने भी बारिश की संभावना जताई है. तहसील के तापमान ओर गिरने की संभावना व्यक्त हो रही है.
उत्पादित उपज की सुरक्षा करें – कृषि विभाग
बेमौसम बारिश की संभावना होने से उत्पादित किए गए धान फसलों के साथ अन्य फसलों का नुकसान टालने के लिए किसान उत्पादित उपज की सुरक्षा करने का आह्वान कृषि विज्ञान केंद्र ने किया है. आगामी कुछ दिन बदरीला मौसम रहने वाला है. जिससे तापमान में गिरावट होने से इसका प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष परिणाम रबी फसलों के साथ कुक्कूट पालन हो सकता है. इससे किसान सतर्कता बरते. बदरीले मौसम का धान फसल, बुआए किए गए फसलों पर परिणाम होने संभावना होने से तत्काल कपास चुनकर सूखे जगह संकलित करने का आह्वान किया गया है.
स्थानीय पूर्व सरपंच महादेव कापगते ने कहा कि बदरीली मौसम में बदलाव को देखते हुए किसानों ने सतर्कता बरदनी चाहिए. इससे होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है.