bhandara

  • 10 नवजात बच्‍चों की आग में झुलसने से दर्दनाक मौत.
  • CM उद्धव ठाकरे ने दिए घटना के सघन जांच के आदेश.
  • प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने व्यक्त किया दुःख.
  • मृतकों के परिजनों को दी जाएगी 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि.

Loading

भंडारा. एक दर्दनाक घटना के अनुसार महाराष्ट्र(Maharashtra) के भंडारा (Bhandara) जिला अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात बच्चों (Children) की मौत हो गयी है। प्राप्त ख़बरों के अनुसार यहां एक सरकारी अस्पताल (Goverment Hospital) में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई है। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ प्रमोद खंडाते के अनुसार  कि बच्चों वार्ड में 17 नवजात बच्चों को रखा गया था। शनिवार देर रात जब एक नर्स को इस वार्ड से धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया। जिसके बाद इस हादसे के बारे में पता चला।  इधर महाराष्ट्र के CM उद्धव ठाकरे (Udhhav Thackrey) ने घटना के  सघन जांच के आदेश दे दिए हैं।

घटना के अनुसार जिला अस्पताल में देर रात शॉर्ट सर्किट की वजह से सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में भयंकर आग लग गई। इस वार्ड में कुल 17 बच्चे थे। धुआं निकलते देख नर्स और अस्पताल के लोग दौड़े-दौड़े वार्ड में पहुंचे। लेकिन तब तक 10 मासूम नवजात बच्चों की मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है  इस वार्ड में उन्हीं बच्चों को रखा जाता है, जिनकी हालत नाजुक होती है, जिनका वजन भी बेहद कम होता है।   

अगर घटना को सिलसिलेवार देखें तो जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात विशेष नवजात देखरेख इकाई में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। डॉक्टरों ने यह जानकारी दी। एक डॉक्टर ने बताया कि नवजात बच्चों की उम्र एक महीने से तीन महीने के बीच थी। जिला सिविल सर्जन प्रमोद खंडाते ने बताया कि भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात एक बजकर 30 मिनट के आसपास आग लग गयी। इकाई में 17 बच्चे थे, जिनमें से सात को बचा लिया गया। 

वहीं जब SNCU में धुआं उठते देख ड्यूटी पर मौजूद नर्स ने वार्ड का दरवाजा खोला और हालात देख फौरन अस्पताल के अधिकारियों खबर की। जिसके बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने अस्पताल में मौजूद लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें किसी तरह से 7 बच्चों को बचाया गया। 

इधर खंडाते ने बताया यह भी बताया कि बच्चों को जिस वार्ड में रखा जाता है, वहां लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जरूरत होती है। उन्होंने बताया, ‘‘वहां आग बुझाने वाले उपकरण थे और कर्मियों ने उनसे आग बुझाने की कोशिश की। वहां काफी धुआं हो रहा था।” उन्होंने बताया कि आग का शिकार होने वाले बच्चों के माता-पिता को इसकी जानकारी दे दी गई है और बचाए गए सात बच्चों को दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि आईसीयू वार्ड, डायलिसिस और लेबर वार्ड से रोगियों को सुरक्षित दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है। अभी तक आग लगने के पीछे की वजह का पता नहीं चल पाया है, लेकिन शॉर्ट सर्किट होने का संदेह है।

इधर महाराष्ट्र के CM उद्धव ठाकरे (Udhhav Thackrey) ने जिला अस्पताल में आग लगने की घटना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) और भंडारा जिले के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से भी घटना के बारे में बात की। इसके साथ ही उन्होंने जरुरी सघन जांच के भी आदेश दे दिए हैं। मामले पर भंडारा अस्पताल अग्निकांड पर संदीप कदम, ज़िला कलेक्टर, भंडारा ने कहा कि मामले में विस्तृत जाँच की जाएगी और घटना का कारण पता लगाया जाएगा।

इधर इस ह्रदय विदारक और दर्दनाक घटना पर देश के प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने शोक और दुःख व्यक्त किया है। वहीं महाराष्ट्र के स्वस्थ मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि, भंडारा ज़िला अस्पताल में आग लगने की घटना में मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।

बीजेपी नेता राम कदम ने भंडारा अस्पताल अग्निकांड पर उद्धव सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, “कब तक ऐसे ही लापरवाही बरती जाएगी। इसकी सघन जांच हो।” 

इस घटना में जिन नवजात बच्चों की मौत हुई उनके  परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।अस्पताल के बाहर लोगों की भारी  भीड़ जमा हो गई है। अब लोग आग लगने की घटना की सघन जांच किये जाने की मांग भी कर रहे हैं। वहीं कई लोग इसे अस्पताल की लापरवाही करार दे रहे हैं। खबर लिखे जाने तक अस्पताल प्रशासन और फायर ब्रिगेड अपने  रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी भी लगे हुए थे।