Bhandara Hospital

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भंडारा. जिले के लाखों मरीजों का सहारा, भंडारा का जनरल हॉस्पिटल सुविधाओं के नाम पर मरीजों को सिर्फ भर्ती कर रहा है. ना तो अस्पताल में पर्याप्त दवाओं का स्टॉक मौजूद है ना ही अति उपयुक्त मशीनें काम कर रहीं हैं. यहाँ तक की कई मरीजों को अस्पताल से दवाइयाँ नहीं दी जा रहीं. जिससे मरीजों को बाहर से दवाइयाँ खरीद कर लानी पड़ रही हैं. 

जनरल हॉस्पिटल में सिटी स्कैन और सोनोग्राफी की मशीनों की कार्यक्षमता पर भी प्रश्नचिन्ह है वहीं एमआरआई जैसी मूलभूत सुविधा मरीजों के लिए उपलब्ध नहीं है. यहां डॉक्टरों की भी कमी के साथ ही अव्यवस्थाओं के कारण स्थानीय लोगों में गुस्सा है. करीब 12 लाख की आबादी वाले जिले के एकमात्र डिस्ट्रिक्ट जनरल हॉस्पिटल की हालत गंभीर है.

जनरल हॉस्पिटल में आपातकालीन रूप से लाने वाले मरीजों की देखभाल के लिए पर्याप्त सुविधा नहीं होने से उन्हें नागपूर भेजा जाता है. यहां मरीजों की संख्या बढ़ने से डॉक्टरों पर दबाव ज्यादा रहता है. कई वार्डों में रेजिडेंट डॉक्टरों के भरोसे इलाज चलता है. इलाज में प्रयोग होने वाले महत्वपूर्ण उपकरण उपलब्ध नहीं है. सरकार ने कई बार वायदों के साथ बजट तो बढ़ाया लेकिन इन अस्पतालों के हालात जस के तस हैं. मरीजों के परिजनों ने जिला प्रशासन से अपील की है की खुद बीमार पड़े जनरल हॉस्पिटल की ओर ध्यान देकर उसे थी किया जाए.