पूर्ववर्ती सत्ताधारी गिनाए अपने काम, सांसद मेंढे ने दी चुनौती

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    • सांसद ने कराया खामतालाब सौंदर्यीकरण का लोकार्पण

    भंडारा . खामतालाब सौंदर्यीकरण यह शहर के गौरव का विषय है. जनहित के कामों में श्रेयवाद हावी नहीं होना चाहिए. भावना यही होना चाहिए कि इन कामों से लोगों का फायदा हो रहा है. लेकिन श्रेयवाद के चक्कर में अड़ंगा डालने की प्रवृति दुर्भाग्यजनक है. यह बात सांसद तथा नगराध्यक्ष सुनील मेंढे ने कही. वे खामतालाब सौंदर्यीकरण कार्य के प्रतीकात्मक लोकार्पण कर रहे थे.

    विकास कामों में राजनीति न हो

    उल्लेखनीय है कि खामतालाब सौंदर्यीकरण कार्य के लोकार्पण को लेकर नप पदाधिकारियों ने आपत्ति जताई. इसके बाद नप मुख्याधिकारी ने लोकार्पण कार्य स्थगिति का आदेश जारी किया. विरोधियों के इस बर्ताव पर बरसते हुए सांसद मेंढे ने कहा कि काम किस के समय में हुआ? किसने किया? इसका महत्व नहीं है. बल्कि   शहरवासियों के हित में ही जनप्रतिनिधियों का हित होना चाहिए. राजनीति का आधार जनहित होना चाहिए. लेकिन दुर्भाग्य से यह नहीं हो रहा है. विकास के काम में राजनीति नहीं होनी चाहिए.

    सांसद मेंढे ने कहा कि खामतालाब परिसर का सौंदर्यीकरण यह पर्यटन विकास महामंडल के माध्यम से हुआ. 2019 में काम पूरा हुआ. इस शानदार तालाब को शहरवासियों के लिए खोलना आवश्यक था. लेकिन खामतालाब सौंदर्यीकरण लोकार्पण काम में भी राजनीति लाकर अपनी विकास विरोधी भूमिका दिखाई है.

    कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व नगराध्यक्ष रामदास शहारे ने की. इस अवसर पर द्वारकाप्रसाद सारडा, ईश्वरलाल काबरा, उल्हास फडके, चैतन्य उमालकर, संजय एकापूरे, मुकेश थानथराटे, प्रशांत खोब्रागडे, अरविंद भालाधरे, विनोद बांते, युवकांता रहांगडाले उपस्थित थे.

    श्रेयवाद से बाज आए नेता

    सांसद मेंढे ने कहा कि कार्यक्रम नियोजन हो चुका था. लेकिन पत्रिका में नाम नहीं है, यह वजह आगे कर कार्यक्रम को रद्द करने के लिए दबाव बनाया गया. एक घंटा पूर्व नप सीईओ ने कार्यक्रम रद्द होने के संबंध आदेश जारी किया. विरोधियों की यह पूरी कृति विकास विरोधी होने का आरोप सांसद मेंढे ने लगाया.

    भाजपा के समय में आया निधि

    सांसद मेंढे ने दावा किया कि हकीकत में सौंदर्यीकरण के लिए निधि भाजपा के समय में आया.

    बगैर मंजूरी हुआ था भूमिपूजन

    सांसद मेंढे ने कहा कि 2014 चुनाव के पूर्व जब भूमिपूजन हुआ था, तब निधि और काम की मंजूरी भी नहीं थी. इसलिए 2016 में काम को गति देकर भूमिपूजन किया गया.

    2019 में पर्यटन विकास महामंडल इस सौंदर्यीकरण कर तालाब को नप को हस्तांतरित किया. ऐसे में इस लोकार्पण कार्यक्रम से विरोधियों को परेशानी नहीं होनी चाहिए. 

    15 साल के काम गिनाए

    सांसद मेंढे ने विरोधियों को चुनौती दी कि अपने 15 साल के कार्यकाल में हुए कामों की सूची दिखाएं. वहीं भाजपा के पौने 5 साल के कार्यकाल में हुए कामों की सूची तैयार है. सभी को विकास के काम में राजनीतिक संकुचित वृत्ति से बचना चाहिए.

    इस कार्यकाल में हुआ विकास : शहारे

    कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व नगराध्यक्ष रामदास शहारे ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में विकास की गति बढी है. लोकहित के कामों को विरोध करना गलत है. सत्ता एवं विरोधी दोनों को जनहित के कामों में एकजुटता का प्रदर्शन करना चाहिए. 

    कार्यक्रम में मयूर बिसेन, आबिद सिद्धिकी, नितीन कडव, नगरसेवक कंवलजीत सिंग चड्ढा, आशु गोंडाने, दिनेश भुरे, रजनीश मिश्रा, जाबीर मालाधारी, विकास मदनकर, पप्पु भोपे, मनोज बोरकर, संतोष त्रिवेदी, सुर्यकांत इलमे, रोशन काटेखाये, भूपेश तलमले, सुदीप शहारे, राजेश टिचकुले, शिवा आजबले, ज्ञानेश्वर बोडखे, अंकुश कलंबे, अतुल वैरागडकर, अविनाश ब्राम्हणकर, मंगेश वंजारी, अजीज शेख, राजू पटेल, राजू भोजवानी, फइम शेख, शीतल तिवारी, अमोल शहारे, प्रशांत निंबोलकर, डा. आयलवार, कृष्णकुमार बत्रा, बंडू पारवे, नगरसेविका आशा उईके, वनिता कुथे, चंद्रकला भोपे, भूमेश्वरी बोरकर, मधुरा मदनकर, गीता सिडाम, शामिमा शेख, माला बगमारे, रोशनी पडोले एवं अन्य उपस्थित थे.

    शहर का आकर्षण बना खामतालाब

    खामतालाब सदियों पुराना है. इसका धार्मिक महत्व है. सौँदर्यीकरण के बाद तालाब की खूबसुरती देखती ही बनती है. तालाब के किनारे कई मंदिर है. तालाब परिसर में वाकिंग ट्रैक है. ओपन थिएटर, रैंप, बगीचा, ओपन जीम एवं सेल्फी पॉइंट है. सौंदर्यीकरण के बाद खामतालाब यह शहरवासियों के आकर्षण का केंद्र साबित हुआ है.