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    सोनी. लाखांदुर तहसील को धान उत्पादक तहसील के तौर पर जाना जाता है. भंडारा जिले में सर्वाधिक धान उत्पादन इसी तहसील में लिया जाता है. लेकिन इन दिनों तहसील का किसान बेहद परेशान है. क्योंकि धान की फसल पर कीट एवं रोगों ने हमला चढा दिया है. 

    क्षेत्र के किसानों की मेहनत रंग लायी एवं धान की फसल से खेत लहलहा रहे है. लेकिन मौसम में बदलाव, कम ज्यादा बारिश, बादल की वजह से  खोडकिडा, गादमाशी और अन्य कीटक, इल्ली एवं अन्य बीमारियों ने सिर बाहर निकाला है. इस संकट की वजह से क्षेत्र के किसान परेशान जरूर है. लेकिन यह नया संकट किसान का हौसला नहीं तोड़ पाई है.

    रोगों का प्रकोप बढ़ा

    मौसम में बदलाव की वजह से इस वर्ष सबसे ज्यादा रोग, कीटों का प्रादुर्भाव हुआ हे. इन रोगों की वजह से धान की फसल प्रभावित हुई है. किसानों ने फसल को बीमारियों से बचाने के लिए अपनी ताकत के अनुसार दवाइयों का छिड़काव  उपयोग करके रोग को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की. लेकिन कई स्थानों में धान की फसल बिना किसी प्रभाव के बर्बाद हो गई है. किसान जब अपने खेत में जाते हैं. उनकी आंखों से आंसू छलक पड़ते हैं.खेत में खड़ी फसल पर कई प्रकार के कीटों का आक्रमण हैं और उन्हें स्प्रे करने के लिए पैसे की सख्त जरूरत है.