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    • राष्ट्रीय महामार्ग एवं खात रोड हुए क्रास

    भंडारा. भंडारा नगर परिषद का कार्यकाल खत्म हो चुका है एवं वर्तमान में प्रशासक राज चल रहा है. ओबीसी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मचे राजनीतिक घमासान के बीच कैसे एवं कब चुनाव लेने का मार्ग प्रशस्त होगा यह कहना मुश्किल है. लेकिन इच्छुकों ने आगामी नगर परिषद चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. इसमें सबसे अहम प्रभाग पुर्नरचना थी. जिसका इंतजार सभी को था.

    प्रभाग पुर्नरचना के बाद अब भंडारा शहर में कुल 17 प्रभाग होंगे एवं कुल सदस्य संख्या 38 हो जाएगी. इसमें 35 प्रत्यक्ष चुनाव द्वारा निर्वाचित होंगे एवं 3 सदस्य मनोनित किए जा सकेंगे. उल्लेखनीय है कि पिछले कार्यकाल में 16 प्रभाग थे. जिसमें 33 निर्वाचित एवं 3 मनोनित सदस्य थे.

    2011 की जनसंख्या बनी आधार

    भंडारा शहर में प्रभाग पुर्नरचना के लिए वर्ष 2011 की 98845 जनसंख्या को आधार माना गया. इसके अलावा भंडारा शहर में अनु. जाति जनसंख्या 15072 एवं अनु. जमाति 4707 को आधार माना गया. प्रभाग पुनर्रचना के लिए विशेष फार्मूले का इस्तेमाल किया गया. जिसमें शहर की कुल जनसंख्या को कुल सदस्य संख्या से भाग दिया जाता है.

    इसके बाद जो संख्या मिलती है. उसे एक सदस्य निर्वाचित करने के लिए आधार वोट माना जाता है. दो सदस्यीय प्रभाग के लिए औसत जनसंख्या 5248 एवं तीन सदस्यीय प्रभाग के लिए 7872 औसत जनसंख्या का आधार तय गया. यद्यपि प्रभाग पुनर्रचना में न प मुख्याधिकारी को यह अधिकार होता है कि वह आवश्यकता के अनुसार आधार वोट संख्या में 10 प्रतिशत की वृद्धि या घटा सकते है.

    18 होगी महिला सदस्य

    अगले नप चुनाव में 35 में से 18 सदस्य महिलाएं होंगी. इसमें अनु. जाति से 3, अनु. जमाति से 1 एवं सर्वसाधारण महिलाओं के लिए 14 स्थान उपलब्ध होंगे.

    एससी के लिए 6, एसटी के लिए 3 स्थान

    इस जनसंख्या के आधार पर भंडारा नप चुनाव में 6 स्थान अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होंगे. जबकि 2 स्थान अनु. जमाति के लिए आरक्षित होंगे. उल्लेखनीय है कि पूर्व की प्रभाग रचना में अनु. जाति के लिए 5 स्थान आरक्षित थे. इसमें 1 की वृद्धि हुई है. जबकि अनु. जाति के लिए आरक्षित स्थानों की संख्या जस की तस है.

    9 स्थान ओबीसी के लिए थे

    उल्लेखनीय है कि पिछली बार शहर में 9 स्थान ओबीसी के लिए आरक्षित थे. लेकिन अब जब सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण को लेकर अपना फैसला दिया है. इसलिए फिलहाल ओबीसी आरक्षित स्थानों को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है.

    प्रभाग 6 होगा सबसे बडा

    पिछले चुनाव में भंडारा शहर में कुल 16 प्रभाग थे. इसमें 3 सदस्यीय प्रभाग की संख्या 1 था. जबकि 2 सदस्यीय प्रभागों की संख्या 15 थी. अब पुर्नरचना के पश्चात 3 सदस्यीय प्रभाग की संख्या 1  ही रहेगी. लेकिन 2 सदस्यीय प्रभागों की संख्या 16 हो जाएगी. इसमें सबसे बडा प्रभाग क्र. 6 रहेगा.

    सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रभाग क्र. 6 यह सबसे बडा होगा. जिसमें मनरो स्कूल से लेकर गांधी चौक से वीके हाटेल गली, नानोटी संगीत विद्यालय से अजीज टेलर, गुलशन आरओ से लेकर मनरो स्कूल तक परिसर का समावेश होगा. इसमें 3 सदस्य चुने जाएंगे.

    ईशान कोण से शुरू शुरुआत

    प्रभाग रचना का तरीके के बारे में बताया गया कि यह ईशान कोण से प्रारंभ होता है. घड़ी की चक्राकार पद्धति से रचना की जाती है एवं उल्टे एस नियम का पालन किया जाता है. इसी वजह से शुक्रवारी परिसर यह प्रभाग रचना प्रारंभ की गयी. टाकली परिसर को प्रभाग 2 में, शांतीनगर, सिंधी कालोनी के सामने का हिस्सा, नासिकनगर यह प्रभाग क्र. 3 में शामिल किया गया. जबकि मेंढा परिसर का ज्यादातर हिस्सा लेकर प्रभाग क्र. 4 बनाया गया. इसी तरह से शेष प्रभाग बनाए गए है.

    खात रोड एवं राष्ट्रीय महामार्ग हुआ क्रास

    सामान्यत: प्रभाग रचना करते समय इस बात का ध्यान रखा जाता है कि काम की सुलभता एवं सहजता की दृष्टि से सडक की विरूद्ध दिशा का परिसर नहीं जोडा जाता. एक नगरसेवक ने बताया कि प्रभाग क्र. 7 एवं 8 बनाते समय खात रोड एवं राष्ट्रीय महामार्ग के दोनों हिस्से लिए गए है. संभव है कि इस संबंध में आपत्ति उठाई जा सकती है.

    कोई नाराज नहीं

    प्रभाग रचना फार्मेशन आसान नहीं होता. नगरसेवकों की सबसे पहली नजर अपने वोटबैंक पर होती है. अगर बिखराव की स्थिति उभरती है तो नाराजगी सामने आती है. लेकिन मुख्याधिकारी विनोद जाधव ने अपनी कुशलता एवं अनुभव का इस्तेमाल करते हुए पुनर्रचना की है. कम से कम इस समय तक किसी भी निवर्तमान नगरसेवक एवं इच्छुकों द्वारा अपनी नाराजगी व्यक्त नहीं हुई है.