ग्रामीण गृहनिर्माण अभियंताओं की दीपावली अंधेरे में

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    छह माह से बदहाली में जी रहे हैं  =

    भंडारा.  केंद्र तथा राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी  प्रधानमंत्री, रमाई, शबरी आवास योजनाओं को प्रभावी तौर पर अंमल में लाने के लिए जिला ग्रामीण विकास योजना के माध्यम से ग्रामीण गृहनिर्माण अभियंताओं की नियुक्ति की गई है. इसके लिए ऑनलाइन प्रगति रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण गृह निर्माण अभियंता को प्रति घरकुल लाभार्थी एक हजार रूपये मानधन, जिला ग्रामीण विकास के माध्यम से दिये जाते हैं.

    इस तरह से  ये अभियंता बहुत ही कम पैसे में काम कर रहे हैं.  मंहगाई के आज के दौर में पेट्रोल का भाव भी बहुत ज्यादा बढ़ गया है, ऐसी हालत में लाभार्थियों को बार बार आना जाना संभव नहीं हो पा रहा है, फिर भी जिले के नागरिकों को अपना मालिकाना अधिकार वाला पक्का घर मिले, इसलिए ग्रामीण गृहनिर्माण अभियंताओं ने कोई भी कसर नहीं छोड़ी है, इस वजह से भंडारा जिले के महा आवास योजना का प्रथम क्रमांक का पुरस्कार मिला है.  

    महंगाई बढ़न से ग्रामीण गृहनिर्माण अभियंता पर भुखमरी का संकट उत्पनन हो गया है, इसी तरह परिवार के सदस्यों का उदर निर्वाह करना इन लोगों के लिए मुश्किल कठिन हो गया है,  

    ग्रामीण गृहनिर्माण अभियंताओं का मानधन न मिलने के कारण प्रकल्प संचालक जिला ग्रामीण विकास यंत्रणा को 21 सितंबर को ज्ञापन दिया गया था, बावजूद इसके कोई भी दखल न दिए जाने के कारण 4 अक्टूबर को जिले में काम बंद करने की दृष्टि से जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया गया.

    ग्रामीण गृहनिर्माण अभियंताओं का बकाया मानधन  सहानुभूतिपूर्वक जल्दी से जल्दी देने की मांग महाराष्ट्र ग्रामीण गृहनिर्माण अभियंता संगठन के जिलाध्यक्ष कुणाल राऊत, उपाध्यक्ष जयेश लांजेवार, सचिव संदीप भैसारे, सहसचिव एकलव्य हटनागर, जिला संगठक रोहित वासनिक, जिला संगठक रुपेश प्रधान, कोषाध्यक्ष अनिकेत मुंडले के साथ-साथ जिले के ग्रामीण गृहनिर्माण अभियंता संगठन पदाधिकारियों ने की है.