Representational Pic
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    भंडारा. दीपावली को लेकर पूरे समाज में उत्साह देखा जा रहा है. खेतों में खरीफ फसल की चुराई हो रही है. दो माह पूर्व धान खरीदी के लिए किसानों ने पंजीयन कराया था. धान खरीदी केंद्र का उद्घाटन किया जा रहा है. लेकिन अभी तक धान की खरीदी शुरू नहीं हुई है. इससे दीपावली पर्व के बाद धान खरीदी शुरू होने की संभावना है. हालांकि इस समय आसमान में बादल छाए रहने से किसानों के मन में भय पैदा हो रहा है.

    खरीफ सीजन के बीच में बारिश ने विराम दे दिया और किसानों को सिंचाई के लिए भागदौड करना पडा. अब किसानों के धान की कटाई एवं चुराई का काम शुरू हो गया है. आधे से ज्यादा क्षेत्र में फसल कट चुकी है. चुराई तेज हो गई है. ऐसे में किसान खेतों के धान को सीधे खरीदी केंद्र ले जाने पर विचार कर रहे हैं. इससे परिवहन लागत एवं भंडारण की समस्या नहीं होती है. 

    सरकार के निर्देशानुसार किसानों ने 2 माह पूर्व ही धान बिक्री के लिए पंजीयन कराया है. दिवाली भले ही मनाई जा रही हो, लेकिन धान खरीदी केंद्र पर खरीदी शुरू नहीं हो पाई है. 2 दिन पूर्व विधायक व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने साकोली तहसील में धान खरीदी केंद्र का उद्घाटन किया. तथा फेडरेशन के सर व्यवस्थापक एवं बीडीसीसी बैंक के अध्यक्ष सुनील फुंडे ने पिंपलगाव के खरीदी केंद्र का उद्घाटन किया है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी केंद्र का उद्घाटन किया जा रहा है. लेकिन सरकार की ओर से अभी तक खरीदी शुरू नहीं हुई है. इससे दीपावली के बाद ही धान खरीदी शुरू होने की संभावना है.

    गोदाम की समस्या जस की तस

    पिछले 2 वर्षों में जिले के खरीदी केंद्र से बड़े पैमाने पर धान की खरीदी हुई है. लेकिन संस्थानों को गोदाम का किराया व कमीशन नहीं मिलने से पदाधिकारी मायूस हैं. पिछले वर्ष अन्य सामाजिक संस्थाओं को धान खरीदी केंद्र चलाने की अनुमति दी गई थी. लेकिन उनकी तरफ भंडारण के लिए गोदाम भी नहीं है. इस वजह से यह समस्या इस वर्ष भी बनी हुई नजर आ रही है.