Collector Sandeep Kadam

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    • जिले के लगभग सभी अस्पतालों में रिपोर्ट में बताइ गई त्रुटियों को लगभग दूर किया

    भंडारा. भंडारा जिला सामान्य अस्पताल के शिशु केयर यूनिट अग्निकांड से भंडारा जिले को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी. इसके बाद नींद से जागी सरकार ने सभी अस्पतालों के तत्काल फायर ऑडिट का फरमान जारी किया था. जब अहमदनगर अग्निकांड के बाद फायर ऑडिट का  मुद्दा चर्चा में आया है.

    जहां तक भंडारा जिले की बात है जिलाधिकारी संदीप कदम के मार्गदर्शन में भंडारा जिले में सभी सरकारी अस्पताल के फायर ऑडिट को लगभग निपटाया जा चुका है जिला प्रशासन के अनुसार मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए सरकारी अस्पतालों में कार्यरत कर्मचारियों को भविष्य में किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए हर 6 महीने के अंतराल से प्रशिक्षित भी किया जाता है. साथ ही अगर किसी तरह की अनहोनी घटी है ऐसे में समय सूचक था एवं हौसला दिखाते हुए अपना को नियंत्रित किया जा सके.

    उल्लेखनीय है कि 9 जनवरी की आधी रात को भंडारा जिला सामान्य अस्पताल  के शिशु केयर यूनिट में शॉर्ट सर्किट और धुएं के कारण दम घुटने से  मासूम बच्चों की मौत हो गई थी.  इस घटना से न सिर्फ भारत बल्कि पूरा विश्व हिल गया था.  राज्य एवं केंद्र सरकार का मंत्रिमंडल भंडारा में पहुंच चुका था एवं कड़ी कार्रवाई की बात कही थी.  जांच कार्यवाही के अलावा एक मुख्य मुद्दा पर बहस हुई, जिसमें सरकारी और निजी अस्पतालों के फायर ऑडिट को निपटाने पर जोर दिया गया था. ताकि मरीजों  कि जान  की सुरक्षितता सुनिश्चित की जा सके.

    जहां तक भंडारा की बात है, जिलाधिकारी संदीप कदम ने इस मामले  पर पूरी नजर रखी एवं समय-समय पर ऑडिट के काम में हो रही प्रगति का जायजा लिया. भंडारा जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया. उसके बाद भंडारा जिला सामान्य अस्पताल सहित जिले के सभी ग्रामीण व उप जिला अस्पतालों का फायर ऑडिट किया गया. भंडारा के जिलाधिकारी संदीप कदम ने बताया कि ऑडिट के दौरान सुझाए गए उपायों को लागू कर दिया गया है.

    जिले के लगभग सभी अस्पतालों में रिपोर्ट की गई त्रुटियों को लगभग पूरा कर लिया गया है. जिला कलेक्टर कदम ने विश्वास जताया है कि जहां मामूली  त्रुटियां शेष है. उन्हें अगले कुछ दिनों में दूर कर लिया जाएगा. भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए अस्पताल के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है. कदम ने कहा कि समीक्षा के तौर पर हर छह महीने में कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.