धीरे धीरे उतर रहा है बाढ़ का पानी, वैनगंगा खतरे के निशान के नीचे

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    • जिलाधिकारी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया 

    भंडारा: पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश आज थम गई जिससे धीरे धीरे बाढ़ का पानी उतरता नजर आया. लोगों ने लगातार कई दिनों की बारिश से मचे हाहाकार से मुक्ति पाकर राहत की सांस ली.

    भंडारा में वैनगंगा नदी बुधवार शाम को ही खतरे के निशान को पार करने के बाद भंडारा शहर के निचले इलाके ग्रामसेवक कॉलोनी, गणेशपुर, नदी से सटे हुए गाँव पिंडकेपार, कोरंभी, भोजापुर में पानी घुस गया. दो साल पहले आई भारी बाढ़ के मद्देनजर इस बार कइयों ने अपने निवास पहले ही खाली कर दिए थे.

    आज दोपहर बाद वैनगांगा का जलस्तर धीरे-धीरे कम हुआ. बुधवार को करीब 55 मार्गों पर बाढ़ से सैकड़ों गांव कट गए थे. आज 38 मार्ग छोड़ सभी सड़कों पर यातायात सुचारू रूप से शुरू किया गया. भंडारा में आज वैनगंगा नदी का जलस्तर चरम पर 246.97 मिमी था जो 12 घंटे बाद शाम 6 बजे 246.67 मिमी तक नीचे आया है.

    राजीव सागर परियोजना बावनथड़ी के सभी गेट बंद हैं जिससे मोहाडी तहसील को राहत मिलेगी. गोंदिया जिले में पुजारिटोला बांध के 13 गेट, धापेवाड़ा बराज के 23 गेट खुले हैं वहीं संजय सरोवर के 4 गेट आज खोले जाने से भंडारा स्थित वैनगंगा में पानी का स्तर कम होने में और समय लगेगा. गोसेखुर्द बांध के सभी 33 गेट खुले हैं और 16242.41 क्यूसेक पानी छोड़ जा रहा है जो कल की तुलना में बढ़ा दिया गया है.

    अभी तक की खबरों के अनुसार 882 मकान आंशिक रूप से ढह गए जबकि 38 मकान पूरी तरह से ढह गए जबकि 66 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है. राहत और बचाव कार्य कर 143 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. जिलाधिकारी संदीप कदम ने शहर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया. क्षतिग्रस्त मकानों, पशुओं, गौशालाओं, कृषि एवं अन्य क्षतियों का पंचनामा तुरंत करने के आदेश दिये गये हैं.