Irrigation by bringing water from bucket, the couple's struggle to save paddy crop
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  • नेरला उपसा सिंचाई योजना
  • आवश्यक स्थानों पर जलापूर्ति योजना जरूरी

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अडयाल चिचाल (सं). पवनी तहसील की गोसे परियोजना के बाद महत्वाकांक्षी परियोजना के रूप में नेरला उपसा योजना सिंचाई परियोजना की ओर देखा जाता है. लेकिन नहर की नियोजन व्यवस्था न होने के कारण परिसर की सैकड़ों हेक्टर कृषि जमीन आज भी सिंचाई के बिना बेकार पड़ी हुई है.

जहां गेट तथा पाईप लाईन की जरूरत है, वहां वह न होने के कारण नहर का उपयोग ही क्या है, ऐसा सवाल किसानों की ओर से उठाया जा रहा है. पिछले कई वर्षों से अड्याल तथा उसके आसपास के परिसर के सैकड़ों किसानों ने खेत में नेरला उपसा योजना का पानी मिलने का सपना देखा था.

उपसा सिंचाई योजना का लाभ कई किसानों को मिला है लेकिन इस बारे में बहुत से प्रश्न आज भी मुंह बाए खड़े हैं, सालेवाडा, अड्याल, विरली खंदार के बगल से गई हुई नेरला उप सिंचाई योजना की मुख्य वितरण नलिका के मार्ग में दरवाजे नहीं हैं. बहुत से स्थानों पर नहर को विभक्त नहीं किया गया है, इस वजह से सैकड़ो हेक्टर जमीन पर सिंचाई नहीं हो सकी. जिन स्थानों पर नहर में दरवाजे होने चाहिए, वहां नर्मिाण कार्य ही नहीं होने से वह क्षेत्र सिंचाई विहीन हो गया है. ऐसी जगह पर किसानों का सुविधा के लिए पाइप लाइन या नहर शाखा बनाने की जरूरत है.