Fir
File - Photo

    Loading

    लाखांदूर. पिछले 20 वर्ष पुर्व सरकार के रोगायो के तहत चप्राड पहाडी पर तोडे गिट्टी बोल्डर की पिछले कुछ महिनों में चोरी होने का मामला सामने आया था. इस मामलें में स्थानीय लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं द्वारा घटनास्थल की जांच कर स्थानीय लाखांदूर पुलिस में अज्ञात चोरों के खिलाफ पिछले एक माह पुर्व शिकायत की गई थी. जिसके अनुसार 15 सितंबर को स्थानीय लाखांदूर पुलिस द्वारा रोगायों के गिट्टी बोल्डर चोरी मामले में अज्ञातों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. 

    पुलिस सुत्रों के अनुसार पिछले 20 वर्ष पुर्व वर्ष 2001-03 के दौरान सरकार के रोगायो के तहत स्थानीय लोक निर्माण विभाग द्वारा मजदुरों के हाथों तहसील के चप्राड पहाडी पर गिट्टी बोल्डर तोड़ी गई थी. इस दौरान पहाडी पर कुल 1100 घनमीटर गिट्टी बोल्डर तोड़ी गई थी. जिसमें 80 एमएम की 800 घनमीटर व 40 एमएम की 300 घन मीटर गिट्टी बोल्डर का समावेश है. हालांकि स्थानीय सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा मजदुरों के हाथो पिछले 20 वर्ष पुर्व तोड़ी गई गिट्टी बोल्डर पहाडी पर ही संग्राहित की गई थी.

    20 वर्षों बाद गिट्टी बोल्डर चोरी 

    रोगायो के तहत स्थानीय लोक निर्माण विभाग द्वारा मजदुरों के हाथों तोड़ी गई कुल 1100 घनमीटर गिट्टी बोल्डर पिछले 20 वर्षों से चप्राड पहाडी पर लावारिस स्थिति में पडी हुई थी. इस गिट्टी बोल्डर का स्थानीय प्रशासन द्वारा तहसील के किसी भी विकास कार्यों में उपयोग नहीं किए जाने से पिछले कुछ महिनों में पहाडी पर लावारिस स्थिति में पडी हुई गिट्टी बोल्डर में से कुल 14,000 रुपयों के 20 घनमीटर के तहत 7 ब्रास गिट्टी बोल्डर चोरी किए जाने का आरोप लगाया गया है.

    एक माह पुर्व की गई थी शिकायत 

    रोगायों के तहत स्थानीय लोक निर्माण विभाग के तहत तहसील के चप्राड पहाडी पर 20 वर्ष पुर्व कुल 1100  घनमीटर गिट्टी बोल्डर तोडकर संग्राहित की गई थी. किंतु इस संग्राहित गिट्टी बोल्डर में से कुल 20 घनमीटर गिट्टी बोल्डर की पिछले कुछ महिनों में चोरी होने कि घटना सामने आयी थी. 

    जिसके अनुसार स्थानीय लोक निर्माण विभाग के तहत पिछले एक माह पुर्व चप्राड पहाडी से कुल 14,000 रुपयों के 7 ब्रास गिट्टी बोल्डर चोरी होने के मामलें में शिकायत की गई थी. जिसके अनुसार स्थानीय लाखांदूर पुलिस ने कुल एक माह बाद मामले की जांच कर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है. इस मामलें की आगे की जांच लाखांदूर के थानेदार  रमाकांत कोकाटे के मार्गदर्शन में पुलिस हवालदार गोपाल कोसरे कर रहे है.