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    • पिछले वर्ष जितनी संख्या रखने की गुहार 

    भंडारा. जिले के अन्य क्षेत्रों की तरह पालांदूर में भी आधारभूत धान खरीद केंद्र शुरु किए गए हैं, लेकिन यहां पर प्रति एकड धान खरीदी का जो लक्ष्य रखा गया है, वह बहुत कम है, उसे बढ़ाने की मांग की जा रही है. यहां प्रति एकड 12.40 क्विंटल धान खरीदी सीमा तय की गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2 क्विंटल कम है. पिछले वर्ष प्रति एकड़ धान बिक्री की मर्यादा 14.40 क्विंटल रखी गई है, जबकि इस वर्ष यह 12.40 क्विंटल हो गया है. 

    जिले के पालांदूर परिसर में चूलबंद घाटी के किसान प्रगतिशील किसानों की सूची में आते हैं. कृषि विभाग का यहां के किसानों को मार्गदर्शन मिल रहा है. सामान्य धान को अलग रखकर सकंरित धान की खेती 60 प्रतिशत तक पहुंच गई है. नए धान की प्रजाति ज्यादा से ज्यादा उत्पादन करने के लिए पालांदूर परिसर के किसान प्रसिद्ध हैं.

    निजी बीजोत्पादन धान कंपनियां पालांदूर परिसर में आती रहती हैं. चुलबंद खाड़ी उर्वरा भूमि वाली है, इसलिए इस क्षेत्र में किसान अपनी फललों का ज्यादा उत्पादन करने की मंशा रखते हैं. कृषि विभाग की कोशिशों तथा किसानों की मेहनत से 25-30 हजार रुपए का खर्च प्रगतिशील किसान कर रहे हैं. सरकार की ओर से तय की गई दर एक एकड़ के लगने वाले खर्च के लिए भी धान खरीद केंद्र खरीद नहीं की जाती, इस बारे में सरकार को गंभीरता से विचार करना बहुत जरूरी है.

    उपज से प्राप्त धनराशि का अध्ययन करके कम से कम 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान की मर्यादा तय करना जरूरी है. धान केंद्र में क्षमता के ज्यादा धान किसानों को वापस किया जा रहा है. जो धान वापस किया जा रहा है, उस धान का क्या होगा, इसे लेकर किसानों में भयंकर रोष हैं, वे समझ नहीं पा रहे हैं कि जो अतिरिक्त धान है, उसका क्या किया जाए. एक ग्रेडर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पालांदूर में सेवा सहकारी संस्था के अंतर्गत धान खरीदी शुरु की गई है.

    जिला विपणन कार्यालय के आदेश के आधार पर प्रति एकड़ 12.40 क्विंटल की मर्यादा तय की गई है. इसके तहत 1150 क्विंटल धान खरीदा जा चुका है. लेकिन आधारभूत केंद्र में प्रति एकड़ 1500 क्विंटल धान बिक्री के लिए स्वीकृत होने के बाद भी सरकार की ओर से तय सीमा में धान स्वीकार न किए जाने के कारण किसानों में रोष वयाप्त है. किसानों का कहना है कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष 14.40 क्विंटल धान खरीदी का मान्यता दी जाए.