जिले में 1 लाख 98 हजार 715 हेक्टेयर क्षेत्र में होगी खरीफ की रोपाई

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    भंडारा. खरीफ मौसम में भंडारा जिले में 1 लाख 98 हजार 715 हेक्टयर क्षेत्र में खरीफ की रापाई की जाएगी. इसमें 1 लाख 85 हजार 320 हेक्टयर में धान की रोपाई होगी ऐसा कृषि विभाग ने व्यक्त किया है. धान रोपाई का प्रस्तावित रोपाई क्षेत्र इस बार 8 हजार 824 हेक्टेयर से बढ़ा है. सिंचाई संसाधनों की उपलब्धता और किसानों की रूचि के मद्देनजर रोपाई क्षेत्र में वुध्दि दर्ज की गई है. पूरक फसलों के विकल्प का उपलब्ध नहीं होना भी इसका प्रमुख कारण माना गया है. 

    भंडारा जिले में वर्षाऋतु के आगमन के साथ ही खरीफ मौसम में धान की रोपाई की जाती है. किसान, तुअर, सोसाबीन और सब्जियों की फसलें भी लेते है. गत तीन वर्षो के अध्ययन के आधार पर जिले में धान रोपाई का औसत क्षेत्र 1 लाख 76 हजार 51 हेक्टेयर बताया गया है. 

    गत वर्ष जिले में 1 लाख 76 हजार 496 हेक्टेयर में धान और 11 हजार 137 हेक्टेयर में तुअर की रोपाई की गई थी. इस बार धान और तुअर दोनों फसलों का रोपाई क्षेत्र बढ़ा है. तुअर के प्रस्तावित रोपाई क्षेत्र में 556 हेक्टेयर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस बार खरीफ मौसम में जिले में 11 हजार 693 हेक्टयर क्षेत्र में तुअर की रोपाई का नियोजन किया गया है. 

    51,391 क्विंटल बीज की जरूरत 

    जिले में खरीफ मौसम के लिए प्रास्तावित संपूर्ण रोपाई क्षेत्र के लिए 51 हजार 391 क्विंटल बीज की जरूतर है. गत वर्ष जिले में धान के 24 हजार 549 क्विंटल और तुअर के 315 क्विंटल इस तरह से 24 हजार 864 क्विंटल बीज की बिक्री दर्ज की गई है थी. इस बार महाबीज से 15 हजार 100 क्विंटल और निजी आपुर्तिकर्ताओं से 36 हजार 291 क्विंटल बीज की मांग दर्ज कराई गई है. खरीफ मौसम में धान के 50 हजार 830 क्विंटल और तुअर के 561 क्विंटल बीज कृषि केंद्रों पर उपलब्ध कराए जाएंगे. 

    31,855 मेट्रिक टन खाद का स्टाक बाकी 

    खरीफ मौसम के लिए युरिया, एसएपी, एमओपी, डीएपी एवं अन्य संयुक्त खाद ऐसी कुल 96,900 मेट्रिक टन खाद उपलब्ध हुआ है. मार्च 2022 आखिर बाकी स्टाक 17,956.888 इतना था. 1 अप्रैल से 31 मई तक 13,097.22 मे.टन इतना खाद आपूर्ति किया गया. जिससे कुल उपलब्ध स्टाक 35.266 मे. टन है. उसमें से 3,411 क्विंटल खाद की बिक्री हुई होकर 20 जून तक 31.855 मेट्रिक खाद स्टाक बाकी है.