- सरकार की सद्बुद्धि के लिए किया हनुमान चालीसा पाठ कार्यक्रम
- भाजपा ओबीसी मोर्चा द्वारा आयोजित
भंडारा. ओबीसी को राजनीतिक आरक्षण देने की महाआघाडी सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण ओबीसी समुदाय को नुकसान पहुंचा है. यह आरोप भाजपा भंडारा जिलाध्यक्ष शिवराम गिरिपुंजे ने लगाया. वह आज भाजपा ओबीसी मोर्चा भंडारा जिले द्वारा आयोजित महाआघाडी सरकार को ओबीसी आरक्षण के संबंध में ईश्वर सद्बुद्धि प्रदान करें कामना के लिए हनुमान चालीसा पाठ कार्यक्रम में बोल रहे थे.
भाजपा भंडारा जिलाध्यक्ष शिवराम गिरिपुंजे ने आगे कहा कि जब भाजपा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सत्ता में थी, वह मराठा समुदाय के आरक्षण के लिए एम्पिरिकल डेटा एकत्र करना चाहती थी. फडणवीस सरकार की इच्छाशक्ति की वजह से मात्र 5 महीने में यह डेटा इकट्ठा हुआ. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने महाविकास अघाड़ी सरकार की विफलता एवं लापरवाही के कारण मराठा आरक्षण रद्द कर दिया. लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि सुप्रीम कोर्ट ने यह डेटा खारिज नहीं किया है.
महाविकास अघाड़ी सरकार ओबीसी के लिए एम्पिरिकल डेटा एकत्र कर सकती थी, लेकिन ऐसा करने के बजाय, उन्होंने केवल गुमराह किया एवं इसे टाल दिया. महाविकास आघाडी सरकार ने ओबीसी के साथ-साथ मराठा समुदाय को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया है
भंडारा में हुए आंदोलन में ओबीसी प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश बांते ने सरकार पर तीखा प्रहार किया एवं अपने विचार व्यक्त करते हुए आगे कहा कि नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस द्वारा सुझाए गए समाधान के साथ, ओबीसी के राजनीतिक आरक्षण को फिर से हासिल करना संभव है एवं महाविकास आघाडी सरकार को इसके लिए काम करना चाहिए.
23 को अनशन
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ओबीसी मोर्चा भंडारा ने ओबीसी का राजनीतिक आरक्षण बहाल होने तक लड़ने का फैसला किया है. भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष महेंद्र निम्बार्ते ने घोषणा की कि 23 मई 2022 को सुबह 11 बजे भंडारा में धरना आंदोलन एवं एक दिवसीय प्रतीकात्मक उपवास किया जाएगा.
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष शिवराम गिरिपुंजे, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश बांते, ओबीसी जिलाध्यक्ष महेंद्र निंबार्ते, भाजपा जेष्ठ कार्यकर्ता आघाडी जिलाध्यक्ष रामदास शहारे, ओबीसी जिला महामंत्री राजेश टिचकुले, युवा ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष यश ठाकरे, तहसील अध्यक्ष नीलकंठ कायतें, तहसील महामंत्री विष्णुदास हटवार, अनूप ढोके,गोपाल रेहपाडे, भूपेश तलमले, राजेश वाघमारे, सचिन तिरपुडे, रोशन ठवकर, निखिल वाघमारे, नरेंद्र वाघमारे, प्रशांत पुरुषार्थी, शालिक अहिरकर, वृषभ भलगट आदि उपस्थित थे.