Vaccination
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    भंडारा. कोरोना महामारी के कारण परेशान लोगों के लिए राहत की खबर यह थी कि रिकार्ड समय में टीकाकरण केंद्र शुरु किया गया. लेकिन इन टीकाकरण केंद्रों पर इतनी असुविधाएं हैं, कि अधिकांश केंद्रों पर लोग टीका लगाने के लिए नहीं गए. कुछ केंद्रों में टीके का अभाव के कारण लोगों को टीका नहीं लगाया जा सका. 

    भंडारा शहर में 18 से 44 आयुसीमा के नागरिकों को स्थानीय गांधी विद्यालय में टीकाकरण केंद्र बनाया गया है. इस केंद्र में सुविधाएं कम तथा असुविधाएं ज्यादा नज़र आ रही हैं. टीका लगाने की अनिवार्यता के बीच केंद्र में व्याप्त अव्यवस्था समय-समय पर चर्चा का विषय बनती रही है. टीका लगाने के बाद हर व्यक्ति को आंधा घंटा केंद्र में रुकना पड़ता है, इसके पीछे का मकसद यही है कि टीका का असर सही है या नहीं यह जाना जाए. 

    टीका लगाने के बाद तुरंत किसी का तबियत खराब होने का एक भी मामला सामने नहीं आया है, यह अलग बात है कि टीका लगने के बाद जब लोग घर पहुंचे तो किसी के हाथ में दर्द हुआ तो किसी को बुखार भी आया. लेकिन ऐसे लोगों का प्रतिशत बहुत ज्यादा नहीं है. 

    न बेड की व्यवस्था न बैठने का प्रबंध

    कुछ टीका केंद्रों में यह भी देखने को मिला है कि जिस कक्ष में टीका लगाने के बाद लोगों को रोका जाता है, उस केंद्र में बहुत सी असुविधाएं हैं. इन असुविधाओं को दूर करने की मांग वहां टीका लगाने के लिए आने वाले लोगों की ओर से लगातार की जा रही है. इस कक्ष में न तो बेड की व्यवस्था की गई है और न ही वहां बैठने की कोई व्यवस्था की गई है. कई केंद्रों में तो पानी की भी व्यवस्था नहीं की गई है.