मेरी वसुंधरा अभियान साइकिल परेड ने बनाया रिकॉर्ड, छात्रों, महिला एवं युवाओं ने बढचढ कर लिया हिस्सा

    • 7 किमी की परेड में  2 हजार 445 प्रतिभागियों ने पूरी की
    • लिम्का बुक में एंट्री के लिए प्रशासन के प्रयास
    • कार्यक्रम में देरी से परेशान हुए प्रतिभागी

    भंडारा. मेरी वसुंधरा अभियान के तहत मंगलवार को सुबह में खात रोड स्थित रेलवे मैदान पर आयोजित साइकिल परेड में स्थानीय लोगों से बढचढ कर हिस्सा लिया.

    सबसे बड़ा आयोजन

    इस साइकिल परेड में स्कूली बच्चों से लेकर महिलाएं एवं सभी वर्गों के नागरिकों ने परेड में उत्साह से भाग लिया. जिले में अब तक आयोजित सभी सामूहिक गतिविधियों में रिकॉर्ड उपस्थिति दर्ज करने वाला यह पहला आयोजन साबित हुआ. परेड के लिए सोमवार तक 2, हजार 960 साइकिल चालकों ने पंजीकरण कराया था, जबकि 2 हजार 462 नागरिकों ने प्रत्यक्ष रूप से परेड में भाग लिया. 2 हजार 445 नागरिकों ने परेड पूरी की. परेड के दौरान सडक के दोनों दोर इकठ्टा हुए नागरिकों ने साइकिल सवारों का उत्साहवर्धन किया. परेड में साइकिल चालकों के लिए 63 पंक्तियाँ बनायी गयी थी. जिन्हे एक एक कर छोडा गया. अनुशासन के साथ साइकिल परेड संपन्न हुई.

    400 स्वयंसेवकों ने दी सेवा

    साइकिल परेड के लिए 400 स्वयंसेवकों ने अपनी सेवा प्रदान की. परेड के दौरान अनुशासन का पालन किया गया. परेड की शुरुआत से पहले, देशभक्ति गीतों के साथ-साथ ज़ुम्बा पर व्यायाम प्रदर्शनों के साथ एरोबिक्स ने दर्शकों के बीच जागरूकता फैलाई गयी.

    तिरंगे के गुब्बारे उड़ाकर परेड का शुभारंभ

    गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में जिलाधिकारी संदीप कदम ने मेरी वसुंधरा अभियान के तहत सभी को सामूहिक रूप से पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई. इसके बाद राष्ट्रगान गाया गया. विधायक द्वय नाना पटोले, राजू कारेमोरे, नरेंद्र भोंडेकर, परिनय फुके, संभागीय आयुक्त प्राजक्ता लंबागारे-वर्मा, जिलाधिकारी संदीप कदम,जिला पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव, प्रसिद्ध साइकिल चालक अमित समर्थ, सुनीता धोटे सभी ने तिरंगे के गुब्बारे उड़ाकर परेड का शुभारंभ किया.

    बचत समूह की महिलाओं की प्रशंसा

    साइकिल परेड में सबसे सराहनीय काम स्वयं सहायता समूह की 180 महिलाओं ने किया. यह सभी धुप की परवाह किए बगैर साइकिल चालकों टोपियां, पानी एवं बिस्कुट पैकेट बांटने का काम करती रही. पूर्व नगरसेविका श्रीमती जयश्री बोरकर, आयोजक सह आयुक्त नगर पालिका प्रशासन चंदन पाटिल, मुख्याधिकारी विनोद जाधव, भंडारा सायकल क्लब की वैशाली गोमकाले ने परेड के दौरान समय-समय पर मार्गदर्शन किया.

    पंधराम की पेंटिंग की प्रशंसा

    इस कार्यक्रम को शानदार बनाने के लिए क्रीडा अधिकारी मनोज पंधराम ने मेरी वसुंधरा ऑयल पेंटिंग बनायी. जिसके माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया. नेहरू युवा केंद्र के 162 स्वयंसेवकों ने सक्रिय भाग लिया.

    लिम्का बुक के लिए प्रयास

    साइकिल परेड को लिम्का बुक में दर्ज कराने की कोशिश प्रशासन की ओर से की जा रही है. इसके लिए बनायी गयी टीम में साकोली उपविभागीय अधिकारी मनिषा दांडगे, डा. गोपाल व्यास यह निरीक्षक के रूप में उपस्थित थे. यह टीम साइकिल परेड की विस्तृत एवं वस्तुपरक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. इस रिपोर्ट का सत्यापन कर एक से डेढ़ माह में लिम्का बुक में भंडारा साइकिल परेड को दर्ज किया जा सकता है. प्रशासन के अनुसार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में इससे पहले 3 मार्च, 2019 को साइकिल परेड दर्ज है. जिसमें 3.2 किमी की दूरी के साथ 1,327 साइकिल सवारों ने हिस्सा लिया था.

    धूप ने ली परीक्षा

    साइकिल परेड में शामिल होने के लिए प्रतिभागी सुबह 6 बजे से मैदान में इकट्ठा हुए. लेकिन प्रत्यक्ष रूप से साइकिल परेड को आरंभ होने में देरी होने की वजह से प्रतिभागियों को घंटों तक धूप में खड़े रहने की नौबत आयी. वहीं स्टेज पर बने पंडाल की छांव में बैठे अधिकारी एवं नेताओं की भाषणबाजी एवं फोटोसेशन से बाज नहीं आए.

    जिससे आयोजकों को इस बात का ध्यान नहीं रहा कि साइकिल चालक घंटे से धूप में ही खडे है. यही कारण रहा कि केसरिया एवं सफेद टोपी पहने साइकिल चालक अपनी परेड पूरी कर मैदान में पहुंच चुके थे. लेकिन हरी टोपी पहने साइकिल चालकों को उनका नंबर आने के लिए 9 बजे तक का इंतजार करना पड़ा. साढ़े 9 बजे तक साइकिल चालक रवाना हुआ. जबकि अंतिम साइकिल चालक को परेड पूरी कर मैदान में लौटे. तब घड़ी में सुबह 9.45 बजे चुके थे.