नगर परिषद की माकडे विद्यालय को ध्वस्त करने के बजाय करें मरम्मत, शिवसेना पदाधिकारीयो ने की मांग

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    तुमसर. स्थानीय न.प. माकडे विद्यालय का निर्माण कार्य वर्ष 1963 में किया गया था. 60  वर्षों के बाद भी शाला मजबूत है. केवल कुछ कक्षाओं की छत मामूली रूप से गिर गई है. यह शाला शहर के सबसे पुराने स्कूलों में से एक है. यहां ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरों के भी गरीब, पिछड़े एवं आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के अलावा, आदिवासी समुदाय के छात्र कक्षा 5 से 10 वी तक पढ़ते हैं.

    उपयोग के लिए अनुपयुक्त हैं कक्षाएं

    माकडे स्कूल की कुछ कक्षाओं की छतों से पानी रिसता है, खिड़कियां, दरवाजे, छत की हालत खराब है, दरवाजा टूटा हुआ है, फर्श की हालत खराब है. इस कारण छात्रों के जान को खतरा निर्माण हुआ था. इससे मुख्याध्यापिका द्वारा न.प. प्रशासन को अवगत कराया गया था.

    इस संबंध में न.प. ने बताया कि, कुछ माह पूर्व शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के माध्यम से स्कूल भवन के स्ट्रक्चर का ऑडिट कराया गया था. तब संबंधित अधिकारियों द्वारा स्कूल को सौपी गई रिपोर्ट में कहा गया था कि, स्कूल की कक्षाएं उपयोग के लिए अनुपयुक्त हैं. इस कारण गत वर्ष माकडे शाला को समतल करने का प्रस्ताव पारित किया था. इस आशय की जानकारी मुख्याधिकारी द्वारा शिवसेना पदाधिकारियों को दी गई.

    शिवसेना पदाधिकारियों ने किया शाला का निरीक्षण

    जिस स्थान पर शाला स्थानांतरित की जाने वाली है उस स्थान पर भौतिक सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने की जानकारी शिवसेना पदाधिकारियों को मिलते ही उन्होंने शुक्रवार को माकडे विद्यालय का दौरा कर निरीक्षण किया गया था. एवं इस संबंध में स्कूल के प्रधानाध्यापक व शिक्षकों के साथ बैठक की गई. 

    इसमे स्कूल को स्थानांतरित करने के बजाय स्कूल भवन के कुछ हिस्सों की मरम्मत करने की सलाह दी. साथ ही शाला में बंदरों का आतंक होने से उनका बंदोबस्त करने एवं समस्या को कम कर बच्चों के जीवन के लिए खतरे को देखते हुए स्कूल की स्थायी रूप से मरम्मत करने की मांग शिवसेना द्वारा की गई है.

    न.प.प्रशासन को सौपा निवेदन

    इस बारे में न.प. प्रशासन को निवेदन सौपकर तत्काल ध्यान देने का अनुरोध किया गया.  इस अवसर पर शिवसेना विभाग प्रमुख अमित मेश्राम, युवसेना जिला समन्वयक मनोज चौबे, तहसील उपप्रमुख संतोष पाठक, शाखा प्रमुख निखिल कटारे, दीपक मालेवार, स्वप्निल वैद्य, पुष्पक त्रिभुवनकर, विवेक डहरवाल, स्वप्निल बडवाईक, योगेश चिंघालोरे, सतीश वाकरकर, यश वैद्य, निखिल कुम्भलकर, किरण काले, रितेश शेडे एवं अन्य शिवसैनिक व स्कूली छात्र उपस्थित थे.